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शिल्पा शेट्टी और उनके पति राज कुंद्रा की बढ़ी मुश्किलें, धोखाधड़ी के मामले में सामने आया नाम

बॉलीवुड एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी और उनके पति बिजनेसमैन राज कुंद्रा का नाम एक और कथित रूप से सामने आये धोखाधड़ी के मामले में जुड़ता हुआ नजर आ रहा है. आपको बता दें कि यह मामला गोल्ड ट्रेडिंग से जुड़ा हुआ है, जिसमे सतयुग गोल्ड प्राइवेट लिमिटेड (एसजीपीएल) का नाम है, जिसके शिल्पा और उनके पति पहले एक्स-डायरेक्टर्स हुआ करते थे. दरअसल, एक गैर-निवासी भारतीय व्यवसायी (NRI) साचिन जे. जोशी, जो फिलहाल मुंबई में हैं, उन्होंने मुंबई के खार पुलिस स्टेशन में शिल्पा और उनके पति के अलावा कई अन्य लोगो के खिलाफ केस दर्ज करवाया है. 

खार पुलिस स्टेशन में संपर्क किए जाने पर एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि "फिलहाल शिकायत की जांच की जा रही है." इसके अलावा उन्होंने विस्तार से इस बारे में और कुछ भी बताने से इनकार कर दिया. 

जोशी के मुताबिक, सतयुग गोल्ड स्कीम द्वारा बेची गई पांच साल की स्वर्ण योजना के तहत खरीदारों को डिस्कांउट रेट पर 'सतयुग गोल्ड कार्ड' उपलब्ध कराया गया और पांच साल बाद सोने की एक निश्चित मात्रा की कीमत अदा करने का वायदा किया गया.

जोशी के प्रवक्ता ने बताया कि साल 2014 के मार्च में उन्होंने तब की कीमतों के आधार पर लगभग 18.58 लाख की कीमत अदा कर एक किलोग्राम सोना खरीदा.

वह आगे कहते हैं, आज सोने की जो कीमत हैं, उसके हिसाब से उस वक्त निवेश किए गए सोने की कीमत 44 लाख के आसपास या उससे ज्यादा बैठती है, क्योंकि आज प्रति किलोग्राम सोने की कीमत 4.40 करोड़ के पार पहुंच गई है.

हालांकि, पिछले साल मार्च में जब जोशी ने देय तिथि पर अपने खरीदे गए एक किलो सोने के भुगतान किए जाने का प्रयास किया, तो उन्होंने पाया कि मुंबई के बांद्रा कुर्ला इलाके में स्थित एसजीपीएल के कार्यालय में ताला लगा है.

इसी बीच राज कुंद्रा ने एक स्टेटमेंट जारी कर खुद पर लग रहे इस कथित आरोप का खंडन करते हुए कहा है, "सिर्फ एक झूठी खबर को मीडिया घुमा रहा है. यह नुकसान के लिए एक एनआरआई द्वारा दायर की गई शिकायत के बारे में खबर के संदर्भ में है, जिन्होंने सतयुग गोल्ड प्राइवेट लिमिटेड में निवेश किया है. तो सबसे पहली और जरुरी बात की मुझे और शिल्पा को ऐसी कोई शिकायत नहीं मिली है. वेबसाइट जिन्हे अपने प्रश्नों का उत्तर चाहिए उनके पास संपर्क करने की सभी जानकारी. हमारे द्वारा उपलब्ध कराई गई सभी सहायता के साथ, यह कहना काफी मुश्किल है कि कोई उपाय नहीं था. मैं मीडिया से अनुरोध करूंगा कि वह किसी भी खबर को छापने से पहले उसकी जांच करें और व्यूअर और रीडर को गुमराह ना करें."

(Source: Inputs From IANS)

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