दिल्ली में भी सिनेमाघर शुरू हो गए है. ऐसे में सिविल डिफेन्स वॉलंटियर महिपाल सिंह फिल्म देखने पहुंचे और अपने अनुभव को मुंबई मिरर के साथ साझा किया. महिपाल का कहना है कि 3 बजे का शो कोविड फ्रन्टलाइनर्स के लिए ऑर्गनाइज किया गया था. हेल्थ डिपार्टमेंट के मेंबर्स सहित ऑडिटोरियम में सिर्फ 52 लोग थे.
7 महीने में फिल्म देखने का तरीका पूरा बदल चुका है. ज्यादातर फिल्मों के समय हॉउसफुल रहनेवाले थिएटर में सिर्फ कुछ ही चेहरे दिखाई दे रहे थे. गाइडलाइन्स की शुरुआत गाड़ियों की पार्किंग से शुरू होती है, लिफ्ट में अंदर जाते समय सिर्फ तीन लोगों को एक समय में अंदर जाने की इजाजत है. डेढ़ हाथ का अंतर रखना जरुरी है.
उन्होंने कहा, 'सिनेमा के एंट्रेंस पर अंदर जाने वाले सभी लोगों को स्क्रीन किया जाता है, जिसमें स्टाफ मेंबर्स पीपीई किट में टेम्प्रेचर चेक करते हैं. फ़ोन में आरोग्य सेतु एप इनस्टॉल करना जरुरी है, जब वह आपसे कहेंगे कि आप सुरक्षित है तभी आप अंदर जा सकेंगे. उन्हें बताया कि थिएटर को 14 अक्टूबर की रात को सेनिटाइज किया और शो शुरू होने से एक घंटे पहले फिर से सेनिटाइज किया गया.'
उन्होंने आगे कहा, 'ऑडिटोरियम के अंदर अल्टरनेट सीट्स की व्यवस्था की गयी थी. फिल्म देखने गए फ्रंट लाइन वारियर्स को बताया गया कि खाली सीटों पर अगले शो में लोग बैठेंगे और आपकी सीट खाली रहेगी. इंटरवल के दौरान एसओपी को फॉलो करना जरुरी था. एक समय में सिर्फ तीन लोग बाहर जा सकते थे. उसी तरह शो ख़त्म होने के बाद भी लोग तीन- तीन की तिकड़ी में बाहर निकल रहे थे. महिपाल का कहना है अगर सबकुछ ऐस ही रहा तो किसी को परेशान होने की जरुरत नहीं है. सभी अपनी पसंदीदा फिल्में शांति के साथ देख सकेंगे.'
(Source: Mumbai Mirror)