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EXCLUSIVE: 'देख भाई देख' की री-रनिंग पर शेखर सुमन ने की बात, कहा- 'क्लासिक हमेशा क्लासिक होता है'

कोरोना वायरस कहर के कारण पूरे देश को लॉक डाउन की मार सहनी पड़ रही है. ऐसे में टीवी पर न नए शो दिखाए जा रहे हैं और ना ही फ़िल्में, जिससे उबरने के लिए सरकार ने एक नया तरीका निकाला है. जी हां, हम बात कर रहे हैं, इस बुधवार को की गयी रामायण और महाभारत के बाद, अन्य 90 के दशक के लोकप्रिय टीवी शो जैसे ब्योमकेश बक्शी, शक्तिमान, सर्कस, बुनियाद , श्रीमन श्रीमती और अन्य को  दूरदर्शन पर फिर से दिखाने की घोषणा की. उन्ही में से एक की बात करें तो 1993 में प्रसारित हुए कॉमेडी शो 'देख भाई देख' ने हमारा ध्यान अपनी तरफ खींचा. इस शो हमने नविन निश्चल, फरीदा जलाल, शेखर सुमन और भावना बालसावर सहित अन्य एक्टर्स को लीड रोल में देखा था. बता दें कि यह 90 के दशक के कॉमेडी शो में दीवान परिवार की तीन पीढ़ियों के जीवन को दर्शाया गया है, जो मुंबई में एक साथ एक ही घर में रहते हैं. 

अब चूंकि शो 1 अप्रैल से शाम 6 बजे से फिर से प्रसारित होना शुरू हो गया है. ऐसे में PeepingMoon.com ने शो में अहम किरदार निभा चुके एक्टर शेखर सुमन से एक्सक्लूसिव बातचीत की, यह समझने के लिए की वह अपने शो के बारे में कैसा महसूस कर रहे हैं और क्या नई पीढ़ी इसके कंटेंट से खुद को जोड़ पाएगी. नीचे पढ़ें पूरा इंटरव्यू: 

मुझे बहुत अच्छा लग रहा है. मेरी बहुत सी भावनाएं इससे जुड़ी हुई  है, जब यह शो खत्म हुआ थे, तब लोगो मुझसे मूवर्स और शेकर्स और देख भाई देख के बारे में पूछा करते थे. एक बार जब मेरे एक फैन ने मुझसे पूछा क्या शो को फिर से बनाया जाएगा और तब मेरे पास जवाब नहीं था. इस तरह से जैसे की यह शो अब फिर से प्रसारित होने हो रहा है तो इसके साथ नई पीढ़ियों को यह देखने को मिलेगा और पुरानी पीढ़ी अपनी यादों को ताजा करेंगी. यह शो परिवार के एक साथ होने और एक साथ किसी भी मुश्किलों से लड़ने के बारे में था. ऐसे में अब जब लोग सबसे बुरे वक़्त से गुजर रहे हैं तब यह शो फिर से वापस आ गया है.

सच कहूं तो यह शो मेरे पास उस समय में आया था, जब मैं खुद मुश्किल दौर से गुजर रहा था. तब मेरी उम्र 30 थी और मैं 2 बच्चो का बाप था. लेकिन जब मुझे पता चला कि इस शो को अयान महेंद्रू डायरेक्ट जया बच्चन प्रोड्यूस कर रही हैं, तब मैं उसे ना नहीं बोल पाया. इस तरह से देख भाई देख ने मुझे आगे बढ़ने में मदद की. मैं एक टिमटिमाता लौ था, जो बुझने वाला था और इसने मुझे बचा लिया.

देख भाई देख पूरे समुदाय को एक साथ वापस लाएगा जो चल रहे कठिन समय के दौरान एक-दूसरे के साथ फिर से हंसेंगे, रोएंगे. यह लोग में एकजुटता की भावना पैदा करेगी.

जिसके बाद उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें लगता है कि नई पीढ़ी इसे अपना जुड़ाव महसूस करेगी ? जिसपर जवाब देते हुए एक्टर ने कहा, "वह जरूर महसूस करेंगे, क्योंकि इमोशंस और प्यार कभी नहीं बदलते. शो का आईडिया पुराना नहीं है और यह शो अब पॉजिटिव चेंज लेकर आएगा. आखिर में हम सब भारतीय हैं जो अपने परिवार से प्यार करते हैं."

ओटीटी प्लेटफार्मों के जमाने में पुराने टीवी शो जैसे देख भाई देख को लेकर आना मायने रखता है की नहीं? जिसपर एक्टर ने कहा, "मुझे नहीं पता कि यह काम करेगा या नहीं क्योंकि मेरे लिए, यह एक शो नहीं है बल्कि एक खूबसूरत इमोशन है. जिसने भी शो नहीं देखा है, वह जरूर कुछ मिस कर रहा है. यह कहा जा सकता है कि क्लासिक्स हमेशा क्लासिक्स ही रहेगा और पुरानी यादें वाइन की तरह होती हैं- जितनी पुरानी होती हैं  उतना ही बेहतर होती हैं."

(Transcripted By: Nutan Singh)

(Source: Peepingmoon)

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