अर्जुन माथुर अपनी पसंद के प्रोजेक्ट्स, टैलेंट और गुड लुक्स के साथ सबके चहेते बनकर उभरे हैं. हालांकि 2020 सबके लिए अच्छा साल नहीं था लेकिन अर्जुन के लिए साल बहुत खास था क्यूंकि एमी में वह 'मेड इन हेवेन' के लिए बेस्ट परफॉर्मेंस बाय एन एक्टर के लिए नॉमिनेटेड थे. दुर्भाग्यपूर्ण उन्हें अवॉर्ड नहीं मिला. चूंकि साल 2020 ख़त्म होने आया है पीपिंगमून ने अर्जुन माथुर से बात की.
पीपिंगमून से बात करते हुए अर्जुन ने कहा कि सभी के विशेषाधिकार ध्यान में आया है. उन्होंने लॉकडाउन में कंटेंट बनाने की भी बात कही. अपने एमी नॉमिनेशन को टच करने, अभिनेता ने कहा, ''एमी नामांकन की तरह काम करने और प्रशंसा करने के 12-13 सालों से काम करना और एमी का नॉमिनेशन आपके रास्ते में आना आपमें विश्वास पैदा करता है. एक कलाकार का जीवन आत्म-संदेह, असुरक्षा, तुलनाओं से भरा होता है- सभी नकारात्मक भावनाएं. लेकिन जब ऐसा कुछ होता है, ऐसे लगता है ठीक है आप सही कर रहे है.
'फिल्ममेकर्स ने मुझे बॉक्स ऑफिस के प्रेशर की वजह से लीड रोल्स में नहीं लिया': अर्जुन माथुर
ओटीटी पर डेवलप हुए किरदारों पर अपनी राय साझा करते हुए, अर्जुन ने कहा, ओटीटी प्लेटफॉर्म पर सबसे छोटी फिल्मों के साथ प्रतिस्पर्धा करने वाली सबसे बड़ी फिल्में हैं, और उनकी देखरेख की जा रही है. भारत में मनोरंजन की दुनिया में अचानक लोकतंत्र का प्रवेश हुआ है. हम आखिरकार एक ऐसी जगह पर हैं जहां कंटेंट ने स्टारडम को जीत लिया है.