इस साल देश के लिए असली हीरो सोनू सूद थे क्यूंकि उन्होंने महामारी के समय लोगों को उनके घर पहुंचाने का नेक काम कर सभी का दिल जीत लिया. पीपिंगमून के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत में सोनू ने अपने नेक काम के बारे में बात की. सोनू ने यह भी बताया कि वह चाहते थे कि उनके माता-पिता उनके काम की वजह से उनके रास्ते में आने वाले प्यार को देखने के लिए जिंदा रहे.
सोनू ने कहा, 'मैं अपने माता-पिता को बहुत याद करता हूं. मैं चाहता हूं कि वे महसूस करें कि मेरे साथ क्या हो रहा है. यह सब मुझे बहुत शर्मिंदा करता है, या जब लोग शूटिंग पर आते हैं, तो मेरे पैर छूने की कोशिश करते हैं. एक्टर्स मुझसे कहते हैं कि मुझे मारना अब मुश्किल है, दर्शक उन्हें ऐसा करने के लिए श्राप देंगे. मैं मानता हूं कि मेरे पास स्क्रिप्ट पढ़ने का समय नहीं है. मैं मेकर्स से नरेशन को कम्प्रेहैन्सिव करने के लिए कहता हूं. मैं उस अतिरिक्त समय का इस्तेमाल वो करने में करूंगा जो मैं कर रहा हूं- लोगों की सेवा करना.
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मैं एक अभिनेता के रूप में खुद को तलाशना चाहता हूं लेकिन अब समय मेरी सभी प्रतिबद्धताओं को तय करने वाला एक महत्वपूर्ण कारक है.