कोरोना वायरस का कहर बढ़ता जा रहा है. डॉक्टर्स व नसें ही नहीं बल्कि हॉस्पिटल स्टाफ, सफाई कर्मचारी, सेना और पुलिस वाले कोरोना की जंग लड़ रहे हैं. इस लड़ाई में कोई भी अपने फर्ज से पीछे नहीं हट रहा है, उन्हीं में से एक हैं अभिनेता व डॉ. आशीष गोखले है. आशीष गोखले 24 घंटे अस्पताल में मरीजों की सेवा कर रहे हैं. बता दें आशीष कई हिंदी और मराठी फिल्मों में काम कर चुके हैं. आशीष गोखले ने 'गब्बर इज बैक', 'लव यू फैमिली', 'कंडीशन अप्लाई', 'बाला', 'रेडी मिक्स', 'मोगरा फुल्ला' जैसी हिंदी फिल्मों में काम किया है और कई हिंदी मराठी सीरीज में भी काम किया है.
एक लीडिंग वेबसाइट पर दिए इंटरव्यू में आशीष ने कहा कि, 'डॉक्टरी और एक्टिंग मेरे दिल के काफी करीब हैं. मैं शूटिंग के बाद हॉस्पिटल जाता हूं और यह मुझे बिल्कुल भी नहीं थकाता है.' आशीष से जब सवाल किया गया कि लॉकडाउन के बारे में आप क्या कहेंगे? उन्होंने जवाब दिया, 'लॉकडाउन बेहद जरूरी है, क्योंकि वायरस तभी संक्रमण फैलाता है, जब लोग एक जगह से दूसरी जगह पर जाते हैं. अगर हम कहीं जाएंगे ही नहीं तो वायरस अपने आप ही मर जाएगा. संक्रमित व्यक्ति को आइसोलेट और क्वारैंटाइन करना ही इस संक्रमण को रोकने का अकेला तरीका है. अगर हमने लॉकडाउन का पालन नहीं किया तो यह महामारी 2025 तक जारी रहेगी.''
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आशीष ने आगे कहा कि, 'वे पिछले 25 मार्च से घर नहीं गए हैं. हम एक कठिन परिस्थिति से गुजर रहे हैं और मुझे विश्वास है कि हम जल्द ही इस संकट को दूर करेंगे. मैं लोगों से अनुरोध करना चाहता हूं कि घबराएं नहीं और अगर आप इस वायरस से संक्रमित हैं तो उपचार करें। मुझे लगता है कि लोगों के सामने सबसे बड़ी चुनौती डर से उबरना है. डर सबसे बड़ी कमजोरी है. घर पर रहना चाहिए और सुरक्षित रहना चाहिए. इस दुनिया के बारे में सोचने के लिए यह एक अच्छा समय है.'
(Source: TOI/Instagram)