नवाजुद्दीन सिद्दीकी के सबसे छोटे भाई मिनाजुद्दीन सिद्दीकी ने एक विशेष POCSO अदालत का दरवाजा खटखटाया है जिसमें 2012 में उनके परिवार में एक नाबालिग लड़की से कथित छेड़छाड़ के मामले में अग्रिम जमानत मांगी गई थी. ऐसे में विशेष न्यायाधीश संजीव कुमार तिवारी 16 दिसंबर को उनकी याचिका पर सुनवाई करेंगे.
अक्टूबर में, अदालत ने नवाजुद्दीन, उनके भाइयों फैयाजुद्दीन और अयाजुद्दीन को उनकी मां मेहरुनिसा के साथ होने वाली गिरफ्तारी को रोक दिया था. लेकिन मिनाजुद्दीन को कोई राहत नहीं दी गई. उनके वकील नदीम ज़फर जैदी ने एक मीडिया एजेंसी को बताया कि उनके मुवक्किल ने इस आधार पर राहत मांगी कि मामले के अन्य सह-अभियुक्तों की गिरफ्तारी पर पहले ही उच्च न्यायालय ने रोक लगा दी है.
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नवाजुद्दीन की पत्नी आलिया ने 2012 में एक्टर के तीन भाइयों में से एक पर नाबालिग बच्चे के साथ मोलेस्टेशन करने का आरोप लगाया था और परिवार के अन्य सदस्यों ने उसकी अनदेखी की थी. भारतीय दंड संहिता और यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण अधिनियम की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था. मामला दर्ज होने के बाद, एक न्यायिक मजिस्ट्रेट ने सीआरपीसी की धारा 164 के तहत पीड़िता का बयान भी दर्ज किया जिसमें उसने मामले में आरोपों की पुष्टि की.
(Source: PTI)