भारत की पहली नेटफ्लिक्स ओरिजनल वेब सीरीज स्टारिंग नवाजुद्दीन सिद्दीकी, सैफ अली खान और राधिका आप्टे ‘सैक्रेड गेम्स’ को लेकर इंडिया से लेकर इंटरनेशनल मीडिया तक चिंतित हैं. आपको बता दें कि अनुराग कश्यप और विक्रमादित्य मोटवानी द्वारा डायरेक्टेड ‘सैक्रेड गेम्स’ विक्रम चन्द्र द्वारा लिखी हुई उपन्यास पर आधारित है, जिसका वर्ल्डवाइड प्रीमियर नेटफ्लिक्स पर 6 जुलाई को किया गया.
हालांकि इस वेब सीरीज में जो भी पॉलिटिकल इन करेक्ट नेट और सच्चाई दिखाई गई उसने भारत में रहने वाले 1 वर्ग की भावनाओं को जरुर छुआ है. जिसके बाद दिल्ली के उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर की गई जिसमें जिसमें यह मांग की गई कि इस वेब सीरीज से वह कंटेंट हटाया जाए जिसमें स्वर्गीय प्रधानमंत्री राजीव गांधी के लिए एक शब्द के इस्तेमाल किए गए हैं.
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फिलहाली की बात की जाए तो दिल्ली के उच्च न्यायालय ने इस मंगलवार यह सुनिश्चित किया था कि नेटफ्लिक्स के नेटफ्लिक्स ने कथित आपत्तिजनक शब्द को नहीं बदला है जिसका इस्तेमाल ‘सैक्रेड गेम्स’ में पूर्व प्रधान मंत्री राजीव गांधी के लिए किया गया था. एक न्यूज़ एजेंसी के मुताबिक सीनियर एडवोकेट चंदर लाल जो की नेटफ्लिक्स की तरफ से खड़े हैं उन्होंने उच्च न्यायालय में कहा है, "मेरे निर्देश यह हैं कि हम शब्द को बदलना नहीं चाहते हैं."
इसके अलावा न्यायमूर्ति संजीव खन्ना और चंदर शेखर की एक बेंच ने नेटफ्लिक्स को यह कहा है कि उनकी तरफ से गलत बयान दिया गया था, जिसे अब हम हम हिंदी शब्द 'फैट्टू' को इंग्लिश में 'विंप' शब्द का इस्तेमाल कर रहे हैं.
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फिलहाल की बात करें तो नेटफ्लिक्स ने फिलहाल अपने इंग्लिश सुबटाइटल को नहीं बदला है और वह बदलना भी नहीं चाहते.
फिलहाल इस मामले की सुवाई जजों के बेंच द्वारा 20 सितम्बर तक आगे बढ़ा दिया है. वहीं इस बार बेंच ने सुवाई के दौरान यह कहा है की "कोई भी आपको दबाने या मजबूर नहीं कर रहा है. आप अपना निर्णय लीजिए भले ही आप शब्द बदलना चाहते हैं या नहीं."