आजकल जहां देखो वहां महिलाएं अपने साथ हुए यौन उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठती नजर आ रही हैं. ऐसे में टीवी एक्ट्रेस रह चुकी केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने शुक्रवार को कहा कि महिलाएं कानूनी संरक्षण हासिल करने के लिये पुलिस या न्यायालय का दरवाजा खटखटा सकती हैं.
स्मृति ईरानी ने इस पुरे मामले पर बात करते हुए कहा है, "अगर हम (यौन) अपराधों की पृष्टभूमि देखें, तो पाते हैं कि बात छेड़खानी से शुरू होती है और बेहद जघन्य वारदात तक पहुंच जाती हैं. किसी इलाके में महिलाओं से छेड़खानी की घटनाओं की जानकारी मिलने पर परिजनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं को पुलिस और जन प्रतिनिधियों को फौरन इसकी सूचना देनी चाहिये ताकि अपराधों से महिलाओं की हिफाजत की व्यवस्था को सुदृढ़ किया जा सके."
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उन्होंने कहा, "सामाजिक परिवर्तन की शुरूआत परिवार में बचपन से संस्कार दिये जाने से होती है. बेटा हो या बेटी, हम अपनी संतानों को महिलाओं का सम्मान करना सिखायें. अगर सामान्य बातचीत के दौरान भी बेटे के मुंह से किसी भी महिला के लिये कोई अपशब्द निकले, तो हम उसे फौरन टोककर सही रास्ता दिखायें."
ईरानी, "राजमाता विजयाराजे सिंधिया जन्म शताब्दी समारोह' में हिस्सा ले रही थीं. उन्होंने भाजपा की दिवंगत नेता को याद करते हुए कहा, 'विजया राजे सिंधिया राजघराने से थीं. लेकिन उन्होंने आपातकाल के खिलाफ पुरजोर संघर्ष किया और जेल गयीं. उन्होंने अपने जीवनकाल में पूरे समाज के लिये मिसाल कायम की."