बॉलीवुड एक्टर सनी देओल 62 साल के हो गए हैं.19 अक्टूबर को उनका जन्मदिन है.सनी फैन्स के बीच अपने रफ टफ अंदाज और खासकर ढाई किलो का हाथ वाले डायलॉग के लिए मशहूर हैं.उन्होंने बॉलीवुड की कई सुपरहिट मूवीज जैसे बॉर्डर, ग़दर, दामिनी,डर,जीत,घातक,जिद्दी में काम किया है. सनी ने परदे पर भले ही अपनी गुस्सैल छवि ज्यादा दिखाई हो लेकिन रियल लाइफ में वह बेहद शर्मीले और सरल व्यक्ति हैं और अपनी एक्शन इमेज से कोसों दूर हैं.आज उनके जन्मदिन पर जानते हैं उनकी लाइफ से जुड़े कुछ दिलचस्प फैक्ट्स...
सनी का असली नाम अजय सिंह देओल है.उनकी फैमिली उन्हें प्यार से सनी बुलाती थी इसलिए उन्होंने इस निक नेम को ही अपना नाम बना लिया.सनी गुजरे ज़माने के मशहूर स्टार धर्मेन्द्र और प्रकाश कौर देओल के बेटे हैं.लुधियाना, पंजाब के सिख परिवार में उनका जन्म 1956 में हुआ था.
सनी ने अपनी पढ़ाई इंग्लैंड से पूरी करने के बाद बिर्मिंघ्म से एक्टिंग और थिएटर सीखा.सनी के तीन भाई बहन और हैं जिनमें छोटे भाई बॉबी देओल और बहनें विजेता और अजीता हैं जो कि शादी के बाद कैलिफोर्निया में सेटल हो गईं.वहीं सनी की शादी काफी कम उम्र में पूजा देओल से कर दी गई थी.दोनों की दो संतानें हैं करण और राजवीर.
सनी ने 1983 में बेताब से अमृता सिंह के अपोजिट डेब्यू किया था जो कि बॉक्सऑफिस पर हिट साबित हुई थी.इस फिल्म के बाद दोनों के अफेयर के चर्चे काफी हुए थे जो कि सनी की पूजा से शादी के बाद थमे.
सनी का सबसे चर्चित अफेयर डिंपल कपाडिया के साथ हुआ.कई ख़बरों में तो ये भी कहा गया कि दोनों ने चोरी-छुपे शादी कर ली थी.
सनी की पंजाब में जबरदस्त फैन फॉलोइंग है क्योंकि वह पंजाब के सिख जट पंजाबी हैं.उनकी वहां दीवानगी का आलम यह था कि ग़दर एक प्रेम कथा रिलीज होने के बाद ऑडियंस इस फिल्म के लिए पागल हो गई थी.यह कई हफ़्तों तक थिएटर में चली थी और इसके शो सुबह 6 बजे शुरू हो जाते थे.
सनी ने बतौर प्रोड्यूसर-डायरेक्टर दिल्लगी से अपना डेब्यू किया था जिसमें उनके भाई बॉबी देओल और उर्मिला मातोंडकर ने काम किया था.सनी ने 1990 में घायल के लिए बेस्ट एक्टर का नेशनल अवॉर्ड जीता था,वहीं दामिनी के लिए उन्हें फिल्मफेयर का बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर अवॉर्ड मिला था.
सनी के कुछ चर्चित डायलॉग्स हैं जो ऑडियंस के बीच बेहद लोकप्रिय हैं जैसे-मर्द बनने का इतना शौक है तो कुत्तों का सहारा लेना छोड़ दे कात्या...
जब यह ढाई किलो का हाथ किसे पे पड़ता है न तो आदमी उठता नहीं, उठ जाता है...
तारीख पर तारीख, तारीख पर तारीख, तारीख पर तारीख मिलती रहती है लेकिन इंसाफ नहीं मिलता माय लार्ड,इंसाफ नहीं मिलता, मिली तो सिर्फ यह तारीख...
जज ऑर्डर ऑर्डर करता रहेगा और टू पिटता रहेगा...