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PeepingMoon Exclusive: 'रियलिटी शोज से मिलती हैं इंस्टेंट सफलता पर सिंगिंग में करियर बनाने के लिए चाहिए बहुत धैर्य': मोहम्मद इरफान

दुनिया के सबसे क्रेडिबल सिंगिंग शो 'जो जीता वो ही सुपरस्टार 2' का खिताब जीतकर मोहम्मद इरफान ने अपनी आवाज का दम पहले ही दिखा दिया. मोहम्मद गानों की क्वांटिटी की जगह क्वालिटी पर ज्यादा ध्यान देते हैं. तमिल, ओडिया, तेलुगु, बंगाली से लेकर मराठी में गाने गा चुके प्लेबैक सिंगर मोहम्मद ने हाल ही में रिलीज हुए अपने इंडिपेंडेंट सॉन्ग 'रे मन' और 'बेलफ्ज बाते' की सफलता की चलते सुर्खियों में है. हाल ही में मोहम्मद इरफान ने पीपिंगमून के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत की. इस दौरान इरफान ने अपने करियर के शुरुआती दौर से लेकर रियलिटी शोज के विनर बनने तक बातचीत की. साथ ही सिंगर ने एस पी बालासुब्रमण्यम के साथ जुड़ी खास यादें शेयर की. 

सवाल- आपकी सिंगिग जर्नी की शुरुआत कब और कहां से हुई थी 
जवाब- मैं हैदराबाद का रहने वाला हूं. मैं साल 2006 में मुंबई आया था. उस दौरान में कई रियलिटी शोज में मैंने हिस्सा लिया था. लेकिन शुरू से मेरा फिल्मों में गाने का सपना था. ये मेरा सपना ही नहीं मेरा पैशन था. मैंने शुरुआत में कई म्यूजिक कंपोजर को अपनी आवाज सुनाई. जिसके बाद फाइनली बहुत कोशिशों के बाद यह मौका मिला. सबसे पहले हमारे म्यूजिक कंपोजर मिथुन जी को मेरी आवाज बहुत पसंद आई थी उन्होंने अपनी फिल्म में मुझे चांस दिया था. तो इस तहर मेरा प्लेबैक सिंगिंग का करियर स्टार्ट हुआ था. 

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सवाल- 'जो जीता वो ही सुपरस्टार 2'  टाइटल जितने के बाद कितनी चेंज आया लाइफ में ?
जवाब- सच कहूं तो जब तक मैंने किसी रियलिटी शो में हिस्सा नहीं लिया था तब तक मुझे यह लगता था कि रियलिटी शो में हिस्सा लेने के बाद फिल्म इंडस्ट्री के दरवाजे आसानी से खुल जाते हैं और आपकी लाइफ सेट हो जाती है. यह मेरा एक भ्रम था. मैंने रियलिटी शोज मैं यही सोच कर हिस्सा लिया था कि इसके बाद में आसानी से म्यूजिक इंडस्ट्री में एंट्री ले सकता हूं. मुझे नहीं पता ऐसा होता है या नहीं होता है लेकिन हां मेरे साथ ऐसा नहीं होगा रियलिटी शो जीतने के बाद भी मेरा स्ट्रगल खत्म नहीं हुआ था. पर हां रियलिटी शोज की सफलता के अलग मायने हैं. इससे आपको इंस्टेंट पापुलैरिटी तो मिलती ही है, साथी घर घर में लोग आपको पहचानने लगते हैं. लेकिन अगर आप ही सोचते हैं कि किसी रियलिटी शो को जीतने के बाद आप आसानी से प्लेबैक सिंगिंग में तहलका मचा देंगे तो यह सोच गलत है. मुझे ऐसा लगता है प्लेबैक सिंगिंग में करियर बनाने के लिए आपको बहुत धैर्य रखने के साथ बहुत मेहनत की जरूरत होती है. यह सफलता आपको इंस्टेंट नहीं मिलती है. इसके लिए काफी मेहनत लगती है. कई बार बातें इस पर भी डिपेंड करती है कि आपको जाना कहां तक है. आप पाना क्या चाहते हैं. मैं यूथ को भी यह मैसेज देना चाहूंगा कि रियलिटी शो से मिली इंसटेंट पापुलैरिटी को अपनी मेहनत से लॉन्ग लास्टिंग पापुलैरिटी में बदलने का प्रयास करिए और हमेशा धैर्य रखिए. 

सवाल- एस पी बालासुब्रमण्यम से जुड़ी कोई याद ? 
जवाब- एस पी बालासुब्रमण्यम सर के साथ मेरी बहुत सारी प्यारी यादें हैं. एक्चुअली जब मैं छोटा बच्चा था और स्कूल में कंपटीशन में हिस्सा लिया करता था तो एसपी सर ने कई बार मेरे स्कूल में चीफ गेस्ट के तौर पर आते थे. तभी से मैं  सर को जानता हूं. वह हमेशा मुझे आशीर्वाद देते थे और आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करते थे. उनके गाइडेंस से मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला शायद ये मैं शब्दों में बयां ना कर पाऊं. वही जब मैं फिर बढ़ा हुआ और मेरी आंखों में प्लेबैक सिंगर बनने का सपना था, तब भी उन्होंने मेरा बहुत साथ दिया. हैदराबाद में एक कंसर्ट के दौरान जब मैं स्टेज पर गा रहा था, उस कंसर्ट में एसपी सर चीफ गेस्ट के तौर पर आए थे तब सर ने मुझे सुना, उनको बहुत अच्छा लगा. उन्होंने मुझे बचपन से देखा था और उनको मेरे में यह बात बहुत पसंद आई कि बचपन से मेरे दिल में सिर्फ एक ही सपना था वह भी प्लेबैक सिंगर बनने का, उन्होंने मेरे अंदर के सिंगर को पहचाना. एसपी सर ने ही मुझे ए आर रहमान सर से मिलवाया. था.

सवाल- आपने जितने भी गाने गाए है, चाहे वो यारियां फिल्म का 'बारिश', सिटीलाइट्स  फिल्म का 'मुस्कुराने की वजह तुम हो' से लेकर एक्सपोज फिल्म का ' दर्द दिलों के' सभी दिल को छू लेने वाले गाने है. आपका गानों का सेलेक्टशन कैसे करते है. 
जवाब- मैं खुशनसीब हूं इतने दिग्गज लोगों ने मुझे अपने गाने के लिए कास्ट किया. मेरे पर भरोसा जताया कि मैं उनके कंपोजीशन के साथ एक सिंगर के तौर पर जस्टिस कर सकूं. पर हां लोगों ने मेरे गानों को इतना प्यार दिया कि मेरी कोशिश को सफल कर दिया उसके लिए मैं सब का बहुत शुक्रगुजार हूं. लेकिन हां जब मेरे सेलेक्शन की बात आती है. जब मुझे किसी इंडिपेंडेंट सॉन्ग गाना होता है, जैसे हाल ही में मेरा सॉन्ग ' बेलफ्ज बातें' जो रिलीज हुआ है. जब यह सॉन्ग मेरे पास आया था, मैंने सुना तो मैंने तुरंत डिसाइड किया यह गाना मुझे जरूर गाना है. यह गाना इतना प्यारा है कि मुझे सुनते ही पसंद आ गया था. प्रेम और हरदीप ने इस गाने को कंपोज किया है और कुणाल वर्मा ने लिखा है. और मैं बहुत खुश हूं कि मेरे इस गाने को लोगों का इतना प्यार मिल रहा है. 


 

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