By  
on  

'Sye Raa Narasimha Reddy' Review: भारतीय सिनेमा का बेहतरीन अनुभव, एक्शन, ग्राफिक और परफॉरमेंस देखकर खड़े हो जाएंगे रौंगटे, ऐसी है चिरंजीवी की ये फिल्म

फिल्म: सई रा नरसिम्हा रेड्डी

कास्ट: चिरंजीवी, अमिताभ बच्चन, नयनतारा, सुदीप, विजय सेतुपति, तमन्ना भाटिया, जगपति बाबू और निहारिका कोनिडेला
 
डायरेक्टर: सुरेंद्र रेड्डी

रेटिंग्स: 3 मून्स Moons

'सई रा नरसिम्हा रेड्डी' सुरेंद्र रेड्डी द्वारा निर्देशित और कोनिदेला प्रोडक्शन कंपनी के बैनर तले राम चरण द्वारा निर्मित एक बेहतरीन एक्शन फिल्म है. यह फिल्म कहानी आंध्र प्रदेश के रायलसीमा क्षेत्र के स्वतंत्रता सेनानी उयालवाड़ा नरसिम्हा रेड्डी के जीवन पर आधारित सुरेंद्र रेड्डी ने बहुत ही उम्दा तरीके से परदे पर उतारा है. फिल्म को हिंदी, कन्नड़, मलयालम और तमिल में डब और रिलीज किया गया है. यकीनन, फिल्म में साउथ सुपरस्टार चिरंजीवी ने कमाल का काम किया है. उनके द्वारा किया गया एक्शन, एक्सप्रेशन और डायलॉग डिलेवरी आपको उनका एक बार फिर फैन बना देगी . 'सई रा नरसिम्हा रेड्डी' में नयनतारा, सुदीप, विजय सेतुपति, तमन्ना भाटिया, जगपति बाबू और निहारिका कोनिडेला भी यहीं और यह कहना भी गलत नहीं होगा कि हर एक किरदार आपको एक अलग अनुभव देगा. बॉलीवुड प्रेमियों के लिए अमिताभ बच्चन जिन्होंने इस फिल्म में गेस्ट अपीयरेंस दिया है, भी एक सरप्राइज पैकेज की तरह हैं.

फिल्म की शुरुआत होती है एक नरसिम्हा के जन्म से जो इस दुनिया में मौत को भी मात देकर आता है. नरसिम्हा बहुत ही छोटी उम्र में अच्छाई और बुराई, न्याय अन्याय में अंतर समझता है. तलवार बाजी सीखकर ये बच्चा समझता है, कि वो अंग्रेज़ो को मार गिरा सकता है. और यहां उसके मार्गदर्शन के लिए सामने आते हैं नरसिम्हा के गुरु का किरदार निभाने वाले अमिताभ बच्चन. जो उन्हें समझाते हैं कि अकेले लड़ने से कुछ नहीं होता बल्कि जो क्रांति की आग उनके दिल में जल रही है उसे लोगों के दिलों में भी जलाना अनिवार्य है. इस सीख को ध्यान में रखते हुए नरसिम्हा बड़ा होता है और हर आंदोलन को जन आंदोलन बना कर अंग्रेज़ो पर जीत हासिल करता है. ये वो अंग्रेज थे जो आंध्र प्रदेश के गांव कोलिकुंतला में जबरन लगान वसूल करके भारत को हड़पने के लिए आए थे. फुट डालो और राज करो की नीति को भी इस फिल्म में बहुत अच्छी तरह दिखाया गया है. कैसे नरसिम्हा 300 अंग्रेज़ो की सेना के सामने अपने जन आंदोलन से तैयार 40 लोगों के साथ मिलकर सबको मार गिराता है... यह जानने के लिए आपको यह फिल्म देखनी होगी. 

फिल्म में नरसिम्हा की प्रेमिका का किरदार निभा रही लक्ष्मी यानी तमन्ना भाटिया ने भी नरसिम्हा का इस आंदोलन में पूरा साथ दिया है. लक्ष्मी एक नर्तकी है जो अपने नृत्य और नाटक के जरिए नरसिम्हा की जीत की गाथा तमिलनाडु तक पहुंचाती है. 

उनकी पत्नी का किरदार निभा रहीं सिद्धम्मा यानी नयनतारा ने भी जाने अनजाने में नरसिम्हा के आंदोलन में उनका साथ दिया है. एक आंदोलनकारी को परिवार की जिम्मेदारियों से आजाद करते हुए उन्होने एक योद्धा कि पत्नी का फर्ज निभाया है. इसी तरह नरसिम्हा का साथ देते नजर आए सुदीप किच्चा का किरदार अवुकु राजू और रवि किशन का किरदार बसी रेड्डी. दोनों की परफॉर्मेंस आपको फिल्म के अंत तक याद रहेगी. 

अच्छाई करने, भला करने और दुश्मनों से लडने का नुकसान यह भी है कि आपके आस्तीन में भी सांप छुपे होते हैं, जो आपको कब डंस जाए आपको पता नहीं चलता और ऐसे ही आस्तीन के सांप की कारस्तानियां भी आपको नरसिम्हा के जीवन में दिखाई देंगी. लेकिन नरसिम्हा धोखेबाजों को सबक सीखना जानता है, लेकिन क्या ऐसे सांप से हर बार नरसिम्हा बच जाता है? इसके लिए थियेटर तक जरूर जाएं! 

छोटे बड़े हर सितारे ने अपने किरदार के साथ इंसाफ किया है. फिल्म आपको दूसरे हाफ में काफी लंबी लगेगी, लेकिन फिल्म की कहानी आपको सीट से उठने नहीं देगी.  

फिल्म में एक्शन सीन्स पर आप सीटियां भी बजा सकते हैं और जब नरसिम्हा अंग्रजों को भारत छोड़ने के लिए चिल्लाता है, तब आप भी उसके साथ जरूर चिल्लाएंगे. वीएफएक्स का भी इस्तेमाल बहुत ही अच्छे तरीके से किया गया है जिसे आप जरूर एंजॉय करेंगे. 

फिल्म के अंत पर और इस रिव्यू के अंत पर हम इस फिल्म की एक लाइन जरूर आपसे कहेंगे -

" जीत की कगार पर खड़े योद्धा को मृत्यु का भय नहीं होता, वो पराजय हो ही नहीं सकता! आजाद मरना! स्वतंत्रता, स्वतंत्रता, स्वतंत्रता !!! "

पीपिंगमून 'सई रा नरसिम्हा रेड्डी' को 3 मून्स देता है.

Recommended

PeepingMoon Exclusive