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Shubh Mangal Zyada Saavdhan Review: समलैंगिक रिश्तों पर अच्छा मुद्दा है आयुष्मान खुराना और जीतेन्द्र कुमार की यह फिल्म 

फिल्म: शुभ मंगल ज्यादा सावधान 

स्टारकास्ट: आयुष्मान खुराना, जीतेन्द्र कुमार, नीना गुप्ता, गजराज राव, मानवी गागरो, पंखुरी अवस्थी

निर्देशक: हितेश केवल्य 

रेटिंग: 3 मून्स

 

'आदमी हूं आदमी से प्यार करता हूं'. समय आ गया है कि समाज में समलैंगिक रिश्तों को सम्मान दिया जाए और 'गे' लोगों को दयाहीन दृष्टि से न देखा जाए. फिल्म इंडस्ट्री दर्शकों के मनोरंजन के लिए नए और बोल्ड सब्जेक्ट पर फिल्में बना रही हैं. आयुष्मान खुराना, जीतेन्द्र कुमार, गजराज राव और नीना गुप्ता की 'शुभ मंगल ज्यादा सावधान' 2017 में आई फिल्म 'शुभ मंगल सावधान' का स्पिन- ऑफ है. फिल्म की कहानी सिंपल है. दो लड़कों को एक- दुसरे से प्यार होता है और शादी करना चाहते हैं. भारतीय समाज में लड़की और लड़के के प्यार को भी जल्दी मंजूरी नहीं मिलती तो दो लड़कों के प्यार को समाज कैसे कबूल कर सकता है. आयुष्मान और जीतेन्द्र की यह फिल्म प्यार में आई इन्ही मुश्किलों को दिखाती है.

फिल्म की कहानी कार्तिक (आयुष्मान खुराना) और अमन (जीतेन्द्र कुमार) की है. कार्तिक और अमन दिल्ली में रहते है और एक- दुसरे से प्यार करते है. प्रॉब्लम तब शुरू हुई जब दोनों कार्तिक के चाचा (मनुऋषि चड्ढा) की बेटी गॉगल (मानवी गागरु) की शादी अटेंड करने इलाहाबाद जाते है और वहां उनके समलैंगिक संबंध का सच सबके सामने आता है. अमन के पिता शंकर त्रिपाठी (गजराज राव) और सुनैना त्रिपाठी (नीना गुप्ता) को जब इस बात का पता चलता है तो उनके साथ पूरे परिवार को इस बात का झटका लगता है. अमन और कार्तिक का मकसद होता है कि ये इस रिश्ते के लिए सबको राजी करें. 

हितेश केवल्य ने फिल्म का निर्देशन किया है और कहानी भी लिखी है. सिंपल कहानी होने के बाद भी निर्देशक कहानी को ट्रैक पर लाने में थोड़ा असफल होते हैं. क्लाइमैक्स तक आप इंतजार करते हैं कि फिल्म अब सही ट्रैक पर चलेगी.  फिल्म का फर्स्ट हाफ अच्छा है. हंसी और अच्छे पंचेस के साथ आपको एंटरटेनमेंट का पूरा डोस मिलेगा. सेकंड हाफ में आप शायद थोड़ा ऊबने लगे और दिखाए जा रहे सीन और बातचीत आपको अच्छे न लगे. फिल्म की कास्टिंग अच्छी है और डायलॉग भी अच्छे है. 1 घंटे 57 मिनट की फिल्म अच्छा संदेश देती है कि प्यार तो प्यार होता है. 

आयुष्मान को हर फ्रेम में देखकर आप खुश होंगे. बेहतरीन एक्टिंग और उम्दा एक्सप्रेशंस के साथ आयुष्मान हर फ्रेम में आपको अच्छे लगेंगे. जीतेन्द्र की भी एक्टिंग का जवाब नहीं. आयुष्मान के साथ अपने रोमांस को वो बैलेंस करते नजर आते हैं. इसके बाद बारी आती है नीना गुप्ता जी की जो हर फिल्म की जान होती है. फिल्म की सभी सपोर्टिंग कास्ट माइंड ब्लोइंग काम करती है, फिर चाहे वो पंखुरी अवस्थी हो या फिर मानवी गागरो हो. अमन के चाचा बने मनुऋषि चड्ढा और चाची बनी सुनीता राजवर ने. ये दोनों ही अपने-अपने किरदारों में सबसे ज्यादा सहज लगे हैं. 

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