फिल्म 'पद्मावत' को पूरे देश में रिलीज किए जाने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद इस फिल्म का विरोध कर रहे संगठनों ने आंदोलन तेज कर दिया है. करणी सेना अलग-अलग तरीकों से देश भर में इस फिल्म को रोकेगी और अदालत का भी दरवाजा खटखटाएगी.
राजपूत करणी सेना प्रमुख के प्रमुख लोकेंद्र सिंह कालवी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस पर कहा कि हम जनता की अदालत में दरवाजा खटखटा रहे है. संजय लीला भंसाली की फितरत है कि विवाद पैदा करो और फिल्म हिट कराओ. हमने ठान रखी है कि चांदी का जूता लगाकर मानेंगे, यानी आर्थिक नुकसान करके मानेंगे. इतना उग्र रूप क्यों हो रहा है ये सवाल कोई नही पूछ रहा है. संजय लीला भंसाली के वकील साल्वे को धमकी मिली और ये माना गया कि ये करणी समाज ने किया है. क्या कोई मेरे घर आ कर मेरे मां, बेटी को थप्पड़ मरेगा तो क्या मैं चुप रहूंगा.
आगे कालवी ने कहा कि 9 लोगों को फोन किया था प्रसून जोशी ने और सिर्फ 3 लोगों को फिल्म दिखाई गई. महाराणा महेंद्र सिंह के छोटे भाई महाराजा अरविंद सिंह जी भी इस फैसले को लेकर अडिग है. मैं देश के सारे सामजिक संगठनों से अपील करता हूं कि जनता इस फिल्म को लेकर कर्फ्यू लगाए.
राजपूत करणी सेना प्रमुख के प्रमुख लोकेंद्र सिंह कालवी ने कहा हम सुप्रीम कोर्ट का उसका आदर करते हैं. फिल्म 25 जनवरी को नहीं लगने देंगे हम इतिहास पर बनने वाली हर फिल्म पर के प्री सेंसर बोर्ड बने. मुझे 14 दिसंबर को करांची से धमकी आई थी. ये वही इलाका था जहां दाउद इब्राहिम रहता है पाकिस्तान में. सुप्रीम कोर्ट में ये फैसला इतनी जल्दी आया जैसे मानों की वो इसी मामले के फैसले के लिए बैठे हों. हमारे विरोध की कोई सीमा नही होगी, हम जेल जाने और गोली खाने के लिए भी तैयार है.