पिछले सप्ताह सिंगर एक्टर करण ओबेरॉय को रेप और ब्लैकमेकल के आरोपों में गिरफ्तार कर लिया गया था. करण को अदलात ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया था. इसके बाद करण के वकीलों ने इस मामले को झूठा बताकर अदालत से राहत की गुहार लगाईं थी लेकिन, उनकी बेल की याचिका खारिज कर दी गई थी. अब इस केस पर एक नया अपडेट आया है. खबरों की माने तो कोर्ट ने करण पर इल्ज़ाम लगाने वाली महिला की कहानी पर यकीन करने से मना कर दिया है.
कोर्ट का कहना है कि बहुत सारी चीजें हैं जिसकी वजह से महिला पर विश्वास करना सही नहीं लग रहा. महिला ने करण पर शादी का झांसा देकर रेप का आरोप लगाया है मागय यह बात साबित हुई है कि साल 2016 में दोनोंडेटिंग ऍप के जरिये मिले थे. इसके अलावा जब यह घटना हुई थी तब करण ने उन्हें उनके घर तक छोड़ा था.
व्हाट्सऍप के रिकार्ड्स के अनुसार भी कहीं करण ने महिला से शादी की बात नहीं की है. हालांकि, करण उन्हें गिफ्ट्स जरूर देते थे तो, हो सकता है कि यह एक तरफा प्यार का मामला हो मगर, रेप का इल्ज़ाम सही नहीं लग रहा. खैर, अभिनेत्री तनुश्री दत्ता द्वारा शुरू हुआ हैशटैग MeToo के बाद अब करण के केस पर हैशटैफ MenToo ट्रेंड हो रहा है.