सोमवार को 'बिग बॉस 9' फेम युविका चौधरी पर अनुसूचित जाति समाज के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी कर एससी एसटी एक्ट के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. युविका जब हिसार हांसी थाने पहुंची तो उनके साथ 10 बाउंसर की फौज और पति प्रिंस नरूला भी थे. हांसी में डीएसपी ऑफिस में बैठाकर 3 घंटे तक उनसे पूछताछ हुई. बाद में उन्हें जमानत मिल गई.
दरअसल, युविका का यह मामला 25 मई का है जब अपने ब्लॉग में उन्होंने एक वीडियो जारी कर अनुसूचित जाति पर अपमानजनक टिप्पणी की थी. जिसके बाद दलित अधिकार कार्यकर्ता रजत कल्सन ने हांसी थाने में एक्ट्रेस के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कराया था.
वीडियो वायरल होता देखा युविका ने माफ़ी मांगते हुए अपने बयान में कहा, 'नमस्कार दोस्तों, मुझे उस शब्द का अर्थ नहीं पता था जो मैंने अपने पिछले व्लॉग में इस्तेमाल किया था. मेरा मतलब किसी को चोट पहुंचाना नहीं था और मैं किसी को चोट पहुंचाने के लिए ऐसा कभी नहीं कर सकती. मैं सभी से माफी मांगती हूं, मुझे आशा है कि आप समझ गए होंगे. आप सभी को प्यार.
Hi guys I didn’t kw the meaning about that word wt I used in my last vlog I didn’t mean to hurt anyone and I can never do that to hurt someone I apologise to each n every one I hope you understand love you all
— Yuvika Choudhary (@yuvikachoudhary) May 25, 2021
युविका के वकील अशोक बिश्नोई ने एक मीडिया एजेंसी से कहा, 'मेरी मुवक्किल उच्च न्यायालय द्वारा दिए गए दिशानिर्देशों के अनुसार जांच में शामिल हो गयी है और वह अभी अंतरिम जमानत पर है (सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अनुसूचित जाति के खिलाफ कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले में) युविका के खिलाफ दलित अधिकार कार्यकर्ता रजत कल्सन ने अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम की धारा 3 के तहत मामला दर्ज किया था.