एक्टर नवाजुद्दीन सिद्दीकी के लिए ये समय थोड़ा परेशानी भरा चल रहा है. अभी हाल ही में अपनी बायोग्राफी को लेकर चारों ओर से आलोचना झेलने वाले नवाजुद्दीन अब एक नई मुसीबत का सामना करना होगा. नवाज पर आरोप है की उन्होंने नोएडा की कंपनी वेब वक्र्स के ऑनलाइन पोर्टल एडबुक्स डॉट कॉम के प्रमोशन करने के एवज में 1.15 करोड़ रुपये लिए. अब यही पैसा उनके लिए मुसीबत का सबब बन गया है. नोएडा की कंपनी वेब वक्र्स वही कंपनी है जिसने लाखों निवेशकों के साथ करोड़ों रुपये की जालसाजी कर फरार हो गई थी.
इससे पहले मामले कि जांच कर रही इंफोर्समेंट डायरेक्टरेट (ईडी) की लखनऊ शाखा ने नवाजुद्दीन को नोटिस जारी कर 4 अक्टूबर को पूछताछ के लिए तलब किया था. इंफोर्समेंट डायरेक्टरेट का ये नोटिस नवाजुद्दीन को उनके मुंबई के यारी रोड, वर्सोवा, अंधेरी वेस्ट के पते पर भेजा गया है. लेकिन उस वक्त अभिनेता ने अपने व्यस्तता का हवाला देते हुए नई तारीख पर हाजिर होने की इजाजत मांगी थी. अब उसी समन के जवाब में नवाज हाजिर हुए हैं. ईडी के अफसरों की मानें तो यह मामला गैरकानूनी तरीके से धन एकत्र करने से जुड़ा है जिसमें नवाजुद्दीन से पूछताछ होनी है.
एडवोकेट रिजवान सिद्दीकी का कहना है कि मेरे मुवक्किल नवाजुद्दीन सिद्दीकी द्वारा प्राप्त प्रवर्तन निदेशालय से मिले समन के संबंध में कई अराजकता और भ्रम की स्थिति है. इस संबंध में मैं आपको स्पष्ट करना चाहता हूं कि नवाब ने वेबवर्क ट्रेड लिंक प्राइवेट नामक कंपनी के लिए केवल सेवाएं प्रदान की हैं. एक पेशेवर (अभिनेता) के रूप में, नवाब का उस कंपनी के साथ कोई अन्य लेनदेन नहीं है. जो प्रवर्तन निदेशालय द्वारा जांच की गई है उससे मेरे मुवक्किल को अपने पेशेवर सेवाओं के लिए कानूनी तौर पर और न्यायसंगत रूप से प्राप्त किया गया वेतन उस समय सभी संबंधित सरकारी विभागों को सूचित किया गया था, जांच से पहले ही. मेरे मुवक्किल, जो हर चरण में कानून के प्रावधानों का पालन करते हैं.
क्या है पूरा मामला?
आरोप है कि, नोएडा में एब्लेज इंफो सॉल्यूशंस के नाम से कंपनी खोलकर करीब 3,700 करोड़ रुपये की ठगी करने वाले अनुराग गर्ग और संदेश वर्मा ने वेब वक्र्स के नाम से नई कंपनी खोली थी. दोनों ने निवेशकों को प्रति लाइक के एवज में पांच के बजाय छह रुपये देने का प्रलोभन दिया था और देखते ही देखते लाखों निवेशकों से करीब 245 करोड़ रुपये जमा करा लिए थे. इसके बाद अनुराग गर्ग और संदेश वर्मा ने एडबुक्स डॉट कॉम के नाम से ऑनलाइन पोर्टल शुरू किया और नवाजुद्दीन सिद्दीकी से इसका प्रमोशन कराया. इसके एवज में नवाजुद्दीन को 1.15 करोड रुपये का भुगतान बिना किसी एग्रीमेंट के किया गया था.
सूत्रों की मानें तो नवाजुद्दीन इस वक़्त बड़ी मुश्किल में हैं. उन्हें पूछताछ में ईडी के सामने बिना एग्रीमेंट के इतनी बड़ी रकम लेने की वजह बतानी होगी. इतना ही नहीं नवाज़ को ये पूरी रकम लौटानी पड़ सकती है. क्यों की जो पैसे उन्हें दिए गए थे वो उसी चित फंड का हिस्सा है जिसकी जांच की जा रही है. इतना ही नहीं इस मामले में उन्हें ईडी आरोपित बना सकती है.