फिल्म 'एक था टाइगर' रिटर्न्स के पहले कैटरीना कैफ़ को इनकम टैक्स ट्रिब्यूनल विभाग से मिली क्लीन चिट मिल गई. कटरीना से एक बार फिर पुछताछ करने के बाद उन्हें यह क्लीन चिट इनकम टैक्स विभाग के ट्रिब्यूनल से पिछले सप्ताह मिली है.
कटरीना आई इनकम टैक्स के रडार पर
दरअसल इसकी शुरुआत हुई कभी सलमान खान की मनैजर रेश्मा शेट्टी पर पड़े छापे से. रेश्मा पर जब छापा पड़ा था तो आयकर विभाग को बॉलीवुड में कैश में पैसों के लेनदेन को लेकर कई अहम जानकारीयां मिली थी.
सामने आया थी कि, रेश्मा शेट्टी जिनकी कंपनी का नाम मैट्रीक्स है और जो कि 'मैट्रिक्स' नामक सॉफ्टवेयर के जरिए बॉलीवुड की कई बड़े सितारों का हिसाब किताब रखने का काम करती थीं. उनकी ही एक कर्मचारी संध्या रामचंद्रन के लैपटॉप से आयकर विभाग को एक तलाशी अभियान के दौरान अभिनेत्री कैटरीना कैफ से संबंधित महत्वपूर्ण सुराग मिले थे.
जांच में आयकर विभाग को रेश्मा की साथी संध्या के लैपटॉप से एक महत्वपूर्ण जानकारी मिली थी. जिसके मुताबिक कैटरीना कैफ ने आयकर चोरी की नियत से किसी काम के बदले २ करोड़ ७ लाख रुपये का भुगतान चेक से लिया और बाक़ी 58 लाख रूपय उन्होंने कैश में लिए. यानि के कैश मे लिए रूपयों की जानकारी आयकर को नहीं दी गई.
हालांकि जब कैट से पुछताछ हुई तो ये बात सामने आई थी उनका पुरा काम मैट्रीक्स ही देखती है. किससे कितनें पैसे लेनें हैं और कैसे लेनें हैं वो भी रेश्मा और उनकी कंपनी लोग ही तय करते थे.
अब इस पुरे मामले की जांच के बाद आयकर विभाग के ट्रिब्यूनल ने अब यह कहते हुए कैटरीना कैफ को क्लीन चिट दी है कि, शायद इस मामले में कैटरीना को पुरा जानकारी नहीं थी. किसी भी थर्ड पर्सन के पास से बरामद सबूत के आधार पर तब तक कार्रवाई नहीं की जा सकती, जब तक कि आयकर विभाग संबंधित मामले में और कुछ ठोस सबूत पेश नहीं करता.