बॉलीवुड एक्ट्रेस जीनत अमान और सरफराज का मामला उलझता नजर आ रहा है. इस पूरे मामले पर सरफ़राज़ को जब अदालत में पेश किया गया तो वो बार-बार कहता रहा की उसका गुनाह सिर्फ इतना है की उसने ज़ीनत अमान से शादी की है. अब ज़ीनत उसे झूठे मामले में फंसा रहीं हैं.
अब इस पूरे मामले की तह तक पहुंचने के लिए पीपिंगमून इस निकाह कराने वाले मौलाना जी के पास पहुंच गए. इससे पहले हमने आपसे निकाहनामा की कॉपी भी साझा कर चुके हैं. ये निकानामा मुंबई के एक मौलाना ने बनाया था. मौलाना हाफ़िज़ कारी अय्यूब बरकाती मुंबई के मदन पूरा इलाके में रहते हैं. हमने जब उन्हें निकाहनामा दिखाया तो उन्होंने फ़ौरन पहचान लिया. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि निकाह उन्होंने ही पढ़ाया था. जब पूछा लड़का और लड़की कौन थे तो कारी ने फ़ौरन जवाब दिया बेमेल की शादी वो कैसे भूल सकते हैं. जिसमें लड़का 33 साल का और दुल्हन 59 साल की. और तो और अदकारा ज़ीनत अमान को कौन नहीं जानता. उस शादी वो मैं भला कैसे भूल सकता हूं.
जिस निकाह की कॉपी आपके सामने पेश की है उसमें ये साफ दर्ज है कि 1 अगस्त 2013 को एक निकाह पढ़ाया गया था. ये निकाह ज़ीनत अमान का था जिसमे लड़के का नाम सरफ़राज़ हसन ज़फर हसन लिखा गया था. दुल्हन थी ज़ीनत अमान अमानुल्लाह साहब. इतना ही नहीं इस निकाह के लिए इस्लामिक तरीके से 11000 दैन मेहर और दो गवाह बाबा अज़गर खान और साबिर खान भी थे. इस निकाह नाम पर ज़ीनत अमान और सरफ़राज़ के घर का पता भी दर्ज है.
आपको बता दें कि सरफ़राज़ के वकील किशोर गायकवाड़ ने कोर्ट में दोनों का निकाहनामा भी पेश किया है. साथ-साथ उन्होंने 2017 मे उम्रा करने के लिए जाने वाले वीज़े की कॉपी भी दिखाई है, जिसमें जीनत अमान ने आरोपी का नाम अपने पति के नाम के आगे लिखा था. सरफ़राज़ के वकील ने कोर्ट दावा किया है कि, ये मामला रेप का नहीं बल्कि ज़ीनत अमां सरफ़राज़ का पैसा लौटना न पड़े इसलिए ये सब कर रहीं हैं.