आज पहली वो चेहरा सामने आया है जिसकी आवाज़ तो बॉलीवुड ने कई बार सुना है लेकिन कभी देखा नहीं है. जिसके एक कॉल से ही बड़ा से बड़ा एक्टर और एक्ट्रेस के साथ साथ डायरेक्टर प्रोड्यूसर अपनी जगह पर ही खड़े हो जाते थे. नाम है अंडरवर्ल्ड डॉन शकील बाबू मियां यानी छोटा शकील. यानी डॉन दाऊद का वो प्यादा जिस पर वो अपने भाई से ज़्यादा भरोसा करता है. पहली बार छोटा शकील की कोई तस्वीर सामने आई है. इस तस्वीर में शकील उस तस्वीर से बिलकुल अलग है जो अक्सर मीडिया में आता रहता है. ये शकील पहले से ज़्यादा मज़बूत और जवान दिखाई देता है. खुद मुंबई पुलिस और देश की एजेंसियों को पास इससे पहले उसकी उस पुराणी तस्वीर के इलावा उसके वो फ़ोन कॉल्स ही थे जो वो अक्सर बॉलीवुड में धमकियों के लिए किया करता था.
लोग जानते हैं 80 और 90 कि दशक में मुंबई और बॉलीवुड पर अगर किसी ने राज किया है तो वो है अंडर वर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम. लेकिन ऐसा नहीं था नाम भले ही दाऊद का आता था लेकिन काम छोटा शकील करता था. बॉलीवुड में फंडिंग से लेकर हफ्ता उगाही और हत्या जैसे वारदातों में हाथ छोटा शकील का ही होता था. गुलशन कुमार हत्याकांड, अजित देवानी मर्डर के पीछे शकील का ही दिमाग कहा जाता है. जब कभी भी किसी प्रोडूसर ने दाऊद की बात मानने में आना कानि की वो शकील ही है जिसके लड़के उस प्रोड्यूसर को लाइन पर लाने का काम करते थे.
कहा जाता है की दाऊद ने खुद छोटा शकील को बॉलीवुड को संभालने की ज़िम्मेदारी सौंपी थी. वो जनता था की बॉलीवुड एक ऐसा तालाब है जहाँ से वो करोड़ों कमा सकता है. लेकिन इस तालाब में ऐसे मगरमच्छ बैठे हैं जो आसानी से पैसे नहीं देंगे. तो कोई ऐसा आदमी चाहिए जिसका कैरेक्टर मज़बूत हो और वो हुस्न के जाल में फंसकर धंदा ख़राब न कर दे. इसी लिए दाऊद ने शकील को आगे किया क्यूंकि शकील ने हर काम किया लेकिन कभी भी धंदे में किसी का सगा नहीं हुआ.उसके काम से दाऊद इतना खुश हुआ कि उसने बॉलीवुड और बिल्डरों से वसूली का पूरा काम उसे सौंप दिया. शकील ने इसे बाखूबी अंजाम भी दिया. उसने बॉलीवुड सितारों, निर्माताओं के साथ-साथ बिल्डरों से जमकर वसूली करना शुरू कर दिया. पैसा वसूल करने के लिए उसने हर तरकीब अपनाई. धमकी देना, गोलीबारी करना और यहां तक कि किसी की जान लेना उसके लिए खेल बन गया. उसका आतंक मायानगरी में इस कदर बढ़ गया कि बॉलीवुड का हर छोटा बड़ा आर्टिस्ट और फिल्म निर्माता छोटा शकील के नाम से ही कांपने लगा था.
वह प्रोटेक्शन देने के नाम पर बॉलीवुड के सितारों से वसूली करता था.1997 में टीसीरिज के गुलशन कुमार की हत्या में भी उसका नाम सामने आया था. मनीषा कोइराला के सचिव समेत बॉलीवुड से जुड़े कई लोगों की हत्या के मामलों में भी उसका नाम आया था.