अभिनेत्री तनुश्री दत्ता को भारत में 'मीटू मूवमेंट' की शुरुआत का श्रेय दिया जाता है, लेकिन वह इसे शुरू करने का श्रेय लेना नहीं चाहतीं. उनका कहना है कि मीडिया साधाराण शख्स को नायिका बना रहा है. तनुश्री ने 10 वर्ष पहले हुए यौन उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाई, जिसके बाद कई अन्य महिलाओं ने भी अपनी आपबीती सुनाई, लेकिन अब वह अमेरिका लौटने के लिए तैयार हैं.
उन्होंने कहा, 'मीडिया केवल एक साधारण व्यक्ति की आम यात्रा से बाहर निकाल उसे एक नायिका बना रही है. मैंने कुछ नहीं किया, केवल अपनी बात कही, जिसके माध्यम से समाज में कुछ बदलाव या जागरूकता आई.'
ऐसा नहीं है कि वह खुद को इस मूवमेंट से पूरी तरह से दूर कर रही है। उन्होंने कहा, 'एक तरह से, मुझे उस घटना का बदला लेना था, जिसने मुझे अपने पेशेवर जीवन में कई साल पीछे धकेल दिया.'
लेकिन अब वह अमेरिका में अपने दैनिक जीवन में लौटना चाहती हैं.
तनुश्री ने कहा, 'मैं अब वहां रहती हूं. मैं वैसे भी वापस जाने वाली थी. यह बाय डिफॉल्ट एक लंबी छुट्टी हो गई और मैं दोबारा आऊंगी। मेरा परिवार और बाकी सब याद आएंगे.'
उनका मानना है कि भारत में उनके बिना भी 'मीटू मूवमेंट' जारी रहेगा.