बॉलीवुड स्टार इमरान हाशमी की आने वाली फिल्म 'वाई चीट इंडिया' के डायरेक्टर यानी फिल्ममेकर सौमिक सेन पर #MeToo मूवमेंट के तहत तीन महिलाओं द्वारा यौन दुराचार का आरोप लगाया गया था, लेकिन इस मामले पर एक्टर का कहना है कि कोई भी कदम उठाने से पहले मामले की जांच करने के लिए उचित प्रक्रिया का पालन किया जाना चाहिए.
इमरान कहते हैं, "एक उचित प्रक्रिया होनी चाहिए. मेरे पास कोई उच्च-स्तरीय अधिकार नहीं है कहने के लिए कि, 'आप मेरी फिल्म से बाहर हैं और तीन महिलाओं ने आप पर यह आरोप लगाया है'. मुझे आरोपों की असलियत का पता नहीं है. मैंने महिलाओं से व्यक्तिगत रूप से बात नहीं की है. प्रोड्यूसर ने मुझसे (सेन) बात की और उन्होंने खुद को फिल्म के प्रमोशन से दूर कर दिया."
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इसके अलावा, इमरान ने यह भी कहा कि उनकी टीम ने आरोपों से इनकार नहीं किया है. अगर सौमिक ने महिलाओं के साथ अन्याय किया है, तो अदालत को कार्रवाई का अगला रास्ता तय करना चाहिए, लेकिन सोशल मीडिया को उसका कठघरा नहीं मनाना चाहिए.
आगे इमरान ने कहा, "हमने उन आरोपों से इनकार नहीं किया है… यदि सौमिक ने कुछ किया है, तो उन्हें टास्क पर लेना चाहिए. मैं जज नहीं बन सकता और फैसले नहीं कर सकता. इसके लिए अदालतों को एक प्रक्रिया अपनानी होगी, जो अब तक नहीं की गई है. और इसलिए ट्विटर एक कोर्टरूम नहीं बन सकता है."
सोशल मीडिया के बारे में बात करते हुए इमरान कहते हैं, "जब आपने सोशल मीडिया पर नाम उछाला है, तो यह दुर्भावनापूर्ण हो सकता है. ऐसा नहीं है कि मैं सौमिक का बचाव कर रहा हूं, लेकिन यहां कोई उचित प्रक्रिया नहीं है, कोई सबूत नहीं है. कभी-कभी इन सब के पीछे गलत इरादे हो सकते हैं. वहीं हमने उन्हें इस की वजह से रखा है क्योंकि उन्होंने खुद को फिल्म के प्रमोशन से अलग कर लिया है. यह एक ऐसा कदम है जहां हमने शायद अपना थोड़ा सा काम किया है."
बात करें फिल्म 'वाई चीट इंडिया' की तो यह शिक्षा प्रणाली पर आधारित है. यह फिल्म इस 18 जनवरी को रिलीज होने के लिए तैयार है. साथ ही आपको बता दें कि फिल्म के जरिए इमरान बतौर प्रोड्यूसर अपना डेब्यू कर रहे हैं.