आज भी मनमोहन देसाई निर्देशित 'कुली ' के बंगलौर में शूटिंग के वक्त पुनीत इस्सार का एक फाईट के बचने के चक्कर मे अमिताभ जी के पेट मे घुसे टेबल के कोने से उनके घायल होने की खबर को कभी न कभी याद किया जाता है. 26 जुलाई 1982 की वो बात है. बंगलौर में तीन दिन अमितजी को अस्पताल में मिली ट्रीटमेंट में कुछ खास फरक नहीं पड़ा उनकी हालत और खराब होती गई.
बंगलौर में अमितजी को कुछ ट्रीटमेंट के बाद मुंबई लाने का फैसला लिया गया. मगर एक बात की कमी महसूस हो रही थी सांताक्रूझ हवाई अड्डे से अमितजी को दक्षिण मुंबई के वाॅडर्न रोड के ब्रीच कैंडी अस्पताल में ले जाने के लिए उनके लंबे कद का एम्बुलेंस मिलना जरुरी था और उस वक्त मुंबई में सिर्फ शिवसेना की दक्षिण मुंबई एरिया की डाॅ.भडकमकर मार्ग ( लॅमिंग्टन रोड) शाखा मे ऐसी एम्बुलेंस सेवा थी शिवसेना के उस शाखा के नगरसेवक गजानन वर्तक शाखाप्रमुख अरविंद नेरकरजी ने जैसे उनको पता चला कि अमितजी के लिए ऐसी एम्बुलेंस सेवा की जरूरत है तुरंत उन्होंने इंतजाम कर दिया.
अमितजी यह बात कभी भूले नही. पूरी तरह से ठीक होने के बाद 'कुली' की वो ही दृश्य की शूटिंग में भाग लेके उन्होंने शुरुवात की . 3 जनवरी 1983 का दिन था और चांदिवली स्टूडियो में इसका आयोजन किया था कुछ दिन बाद एप्रिल मे उसी शिवसेना शाखा का धोबीतलाव के रंगभवन मे वर्धापन दिन का आयोजन किया था और उसके लिए अमितजी चीफ गेस्ट थे वो पहला वक्त था, शिवसेना सुप्रिमो बाळासाहेब ठाकरे और अमिताभ बच्चन किसी फंक्शन मे पहली बार साथ आए. मैने खुद इस का लाईव्ह एक्सपीरियंस लिया इस वक्त अपने भाषण मे अमितजी ने भावुक हो के शिवसेना की एम्बुलेंस का अपना अनुभव बताया.
आज भी कही कभी 'कुली 'वाली उस घटना का कही भी जिक्र होता है तब अमितजी शिवसेना की उस ऐम्बुलन्स के बारे मे कहते ही है वो बात वो भूले नही.
कुछ साल बात अमितजी पोलिटीक्स मे गये 1984 में अलाहाबाद लोकसभा मतदारसंघ मे काॅग्रेस के उमेदवार के तौर पर उन्होंने समाजवादी पक्ष के उमेदवार हेमवतीनंदन बहुगुणा को भारी वोटो से पराभूत किया मगर कुछ साल बाद बोफोर्स घोटाला मे अमितजी का नाम आने लगा अमितजी ने अपने खासदार पद का इस्तिफा भी दिया उस वक्त बाळासाहेब ठाकरेजीने उन्हे अच्छी कुछ सलाह दी यह बात भी अमितजी ने उस वक्त कुछ इंटरव्हयू मे बताई थी इस बात से अमितजी ठाकरे परिवार के नजदीक आ गए.