अपने स्टिंग ऑपरेशन के ज़रिए कई बड़े खुलासे करने वाली एक जानीमानी वेबसाइट एक बार फिर नए खुलासे के साथ सामने आई है। इस बार वेबसाइट ने अपने स्टिंग के ज़रिए बॉलीवुड को बेनक़ाब किया है। उनके स्टिंग में फंसने वालों की संख्या एक दो नहीं बल्कि 36 ऐसे लोग हैं जो इंडस्ट्री का बड़ा नाम हैं। लेकिन पैसों के लिए वो 2019 में किसी एक पार्टी के लिए कुछ भी करने को राज़ी हैं। इस स्टिंग ऑपरेशन में इन कलाकारों ने ये क़ुबूल है की उन्हें पैसे दीजिये और कुछ भी करवा लीजिए। वह लोकसभा चुनावों में किसी पार्टी के अनुकूल माहौल बनाने के लिए वो सब अपने सोशल अकाउंट पर पोस्ट करेंगे जो उन्हें दिया जाएगा। मगर पैसे उन्हें पहले चाहिए।
इस स्टिंग ऑपरेशन में फंसने वाले सभी इंडस्ट्री के दिग्गज हैं जिनमे एक्टर भी हैं, सिंगर भी हैं विलन और स्टैंड-अप कॉमेडियन तक शामिल है। पैसे के लिए सोश्ल मीडिया पर किसी भी पार्टी का प्रचार करने के लिए तैयार जरा इन सेलिब्रिटीज के नामों पर गौर तो कीजिये। ये हैं प्लेबैक सिंगर अभिजीत भट्टाचार्य, कैलाश खेर, मीका सिंह, बाबा सहगल, अभिनेता जैकी श्रॉफ, शक्ति कपूर, विवेक ओबेरॉय, सोनू सूद, अमीषा पटेल, महिमा चौधरी, श्रेयस तलपड़े, पुनीत इस्सर, सुरेंद्र पाल, पंकज धीर और उनके पुत्र निकितिन धीर, टिस्का चोपड़ा, दीपशिखा नागपाल, अखिलेन्द्र मिश्रा, रोहित रॉय, राहुल भट, सलीम ज़ैदी, राखी सावंत, अमन वर्मा, हितेन तेजवानी और उनकी पत्नी गौरी प्रधान, एवलीन शर्मा, मिनिषा लाम्बा, कोइना मित्रा, पूनम पांडेय, सनी लेओने, कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव, सुनील पाल, राजपाल यादव, उपासना सिंह, कृष्णा अभिषेक, विजय ईश्वरलाल पवार यानि वीआईपी, कोरियोग्राफर गणेश आचार्य और डांसर-एक्टर संभावना सेठ।
बस कोबरापोस्ट रिपोर्टर ने इन बड़ी हस्तियों से मुलाक़ात कर अपना अजेंडा बतया। और ये सब तैयार हो गए, बस इतना कहा गया थी की ये लोग एक पार्टी विशेष के लिए अच्छे अच्छे पोस्ट लिखेंगे। ये पोस्ट उन्हें ने फेसबुक, ट्विटर और इन्स्टाग्राम अकाउंट पर करना है। पोस्ट के जरिये उन्हें एक राजनीतिक पार्टी को प्रोमोट करना है ताकि आने वाले 2019 के चुनावों से पहले पार्टी के लिए माकूल माहौल तैयार हो सके। इन सबको हर महीने अलग-अलग मुद्दों पर कंटैंट यानि सामाग्री मिलेंगे जिसे इन्हें अपने शब्दों और शैली में लिखकर अपने फेसबुक, ट्विटर और इन्स्टाग्राम अकाउंट से पोस्ट करना है।
इसके बदले उनके इन सबसे करार रहेगा और बदले में सभी को पैसे मिलेंगे। शायद सुनकर ये हैरानी हो की इन सेलिब्रिटीज ने सारी शर्तें मान ली। चाहे वो भारतीय जनता पार्टी हो, काँग्रेस हो या आम आदमी पार्टी हो, इन्हें किसी भी पार्टी के लिए सोश्ल मीडिया पर प्रॉक्सि-प्रमोशन यानि छद्म-प्रचार करने से कोई गुरेज नहीं था, बशर्ते उन्हें मनमाफ़िक पैसा मिल जाये। सो किसी ने एक महीने में एक मैसेज के लिए दो लाख तो किसी ने ढाई करोड़ रुपये मांगे, यानि आठ महीने के कांट्रैक्ट के लिए 20 करोड़ रुपये। एक-दो कलाकारों को छोड़ सभी सेलिब्रिटीज को अपनी फीस का एक बड़ा हिस्सा कैश में लेने से कोई गुरेज नहीं था। दूसरे शब्दों में उन्हें काले धन से कोई आपत्ति नहीं थी। हैरत की बात ये है कि इनमें से कुछ कलाकारों ने नोटबन्दी की जमकर तारीफ की थी जिसका उद्देश्य काले धन पर लगाम लगाना था।