बंगाली गायक प्रतीक चौधरी का मंगलवार को दिल का दौरा पड़ने से शहर के एक अस्पताल में निधन हो गया. उनके परिवार के सदस्य ने यह जानकारी दी. 55 वर्षीय चौधरी के परिवार में उनकी पत्नी और एक बेटा है। वह समकालीन बांग्ला गीतों के लिए पहचाने जाते हैं, इनमें 'मुखोश', 'भुसांदिर माथे', 'एबार प्रतीक एर पैली' जैसे कई गीत शामिल हैं.
उन्होंने कलकत्ता विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री प्राप्त की और वर्ष 1994 में जिंगल्स गाकर अपने संगीत करियर की शुरुआत की. उन्होंने कई टेलीविजन धारावाहिकों और बंगाली फिल्मों में भी गाने गाए.
बंगाल के संगीतकारों और गायकों ने उनके आकस्मिक निधन पर शोक व्यक्त किया है और शोक संतप्त परिवार को सांत्वना दी है.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी चौधरी की मौत पर दुख व्यक्त किया और इस घटना को संगीत उद्योग के लिए एक अपूरणीय क्षति बताया.