कृति सेनन अपनी लास्ट फिल्म 'लुका छुप्पी' को मिले जबरदस्त रिस्पॉन्स से काफी खुश है और मुंबई मिरर से बात करते हुए कृति सेनन ने कहा है कि इस फिल्म को लेकर उन्हें काफी उम्मीद थी. लेकिन इस फिल्म को दर्शकों का इतना ज्यादा प्यार मिलेगा ये उन्होंने नहीं सोचा था.
कृति से जब पुछा गया कि फिल्म 'लुका छुप्पी' के सक्सेस के बाद हर जगह फिल्म के मेल लीड को ज्यादा क्रेडिट दिया गया. जिसपर अर्जुन कपूर और तापसी पन्नू ने आवाज भी उठायी कि फिल्म के सक्सेस के लिए मेल और फीमेल एक्टर्स दोनों को बराबर क्रेडिट मिलना चाहिए. तो इस पर कृति ने कहा, 'महिला को नीचे देखने का यह व्यवसाय कुछ समय से चल रहा है और यह बहुत अनुचित है. मुझे खुशी है कि यह बातचीत आखिरकार हो रही है. केवल मेल एक्टर्स के बारे में बात करना तर्कसंगत है जब फिल्म उसी के इर्द गिर्द हो. लेकिन जब मेल और फीमेल एक्टर दोनों ने अपने कन्धों पर फिल्म उठायी हो तो क्रेडिट को समान रूप से साझा किया जाना चाहिए.
वैसे कृति से जब फिल्मों में मेल और फीमेल एक्टर को दिए जाने वाले अलग-अलग फीस पर सवाल किया गया तो उनका कहना है, 'फीस दो चीजों पर निर्भर होनी चाहिए - फिल्म में आपकी भूमिका और दर्शकों को सिनेमाघरों तक खींचने की आपकी क्षमता. अतीत में ऐसे उदाहरण सामने आए हैं जब अभिनेत्रियों को उनके हीरो से ज्यादा पैसे दिए गए हैं. मेरे लिए, पैसा महत्वपूर्ण है लेकिन कभी भी फिल्म करने का कारण नहीं. कहानी, मेरा चरित्र और फिल्म की टीम महत्वपूर्ण हैं.'
शाहरुख खान ने अपनी फिल्मों में फीमेल लीड एक्ट्रेस को क्रेडिट में हमेशा पहले स्थान दिया है और जब कृति से पुछा गया कि क्या बाकी एक्टर्स को भी ऐसा करना चाहिए तो उनका साफ कहना है, 'ये बहुत अच्छा है कि शाहरुख सर ने यह कदम उठाया है क्योंकि ये दूसरों को हर पेशे में समानता के लिए काम करने के लिए प्रोत्साहित करता है. यह प्रेरक है, लेकिन अलगाव में अभ्यास नहीं किया जा सकता है. मुझे नहीं पता कि ये हमारे समाज में कितना बदलाव लाएगा क्योंकि इसे महिलाओं को पुरुषों के साथ लाने के लिए कई अन्य चीजों के साथ होना चाहिए. अगर आप मुझसे पूछें, तो लिंग के बजाय वर्णमाला को वर्णानुक्रम में नाम देना सबसे अच्छा है.'