कार्तिक आर्यन और कृति सेनन स्टारर फिल्म 'लुका छुपी' के डायरेक्टर लक्ष्मण उटेकर के मुताबिक, नए फिल्म मेकर्स सिनेमा में "कल्चर" को जोड़ रहे हैं जो दर्शकों द्वारा पसंद पसंद की जा रही है.
लक्ष्मण उटेकर ने कहा है, "कुछ साल पहले तक दर्शकों ने छोटे शहर के लोगों की कहानियों को नहीं देखा था. हमारे पास छोटे शहरों के डायरेक्टर नहीं थे, वह जुहू या बांद्रा से आये थे, इसलिए उनके हीरो भी फेरारी में आते हैं और उनके फिल्म की शूटिंग न्यूयॉर्क में होती है. हमारे देश में हर 100 किमी के बाद एक अलग संस्कृति, भाषा, वेशभूषा, स्वाद है और हम इसके संपर्क में नहीं हैं. लोग फिल्मों में कल्चर ला रहे हैं और दर्शक ऑरिजिनल, नएपन को पसंद कर रहे हैं. दर्शक बड़े घर वाले और हेलिकॉप्टर से नीचे उतरने वाले एक्टर्स को देख ऊब गए हैं. आज लोग या तो 'बाहुबली' जैसी काल्पनिक फिल्में चाहते हैं या कुछ वास्तविक. वे इससे जुड़ना चाहते हैं. उस काम के बीच में कुछ भी नहीं है."
डायरेक्टर जिन्होंने 'लुका छुपी' के साथ बतौर डायरेक्टर अपना डेब्यू किया, उनका कहना है कि लोग या तो यथार्थवादी फिल्में देखना चाहते हैं या किसी अन्य स्तर के फंतासी सिनेमा को देखना चाहते हैं क्योंकि वे "बीच में" कुछ भी करने के मूड में हैं.
आपको बता दें कि डायरेक्टर लक्ष्मण उटेकर की 'लुका छुपी' बॉक्स ऑफिस पर कुल 50 दिनों जमी रही, इस तरह से फिल्म ने उम्मीद से कहीं ज्यादा यानी कुल 125 करोड़ रूपये की कमाई अपने नाम की. फिल्म में कार्तिक आर्यन और कृति सेनन लीड रोल में हैं, जिन्होंने एक छोटे शहर में रहने वाले लवर्स की भूमिका निभाई है, जो लाइव इन में हैं. फिल्म की कहानी अलग होने के कारण लोगों द्वारा उसे खूब पसंद किया गया.