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केकवॉक डायरेक्टर राम कमल मुखर्जी ने लिखी संजय दत्त पर बायोपिक

जानेमाने लेखक और फिल्म निर्माता राम कमल मुखर्जी ने अपनी नई बुक 'वन मैन, मेनी लाइव्स' जो कि संजय दत्त पर आधारित है उसकी घोषणा की है. रूपा प्रकाशन द्वारा प्रकाशित, यह बुक संजय दत्त की जीवन की यात्रा पर आधारित है, जिसमे कुछ उनकी जिंदगी की अंदर की बातें भी हैं. हेमा मालिनी पर बियॉन्ड द ड्रीमगर्ल लिखने के बाद, राम कमल ने संजय दत्त को अपने विषय के रूप में चुना.

लेखक ने कहा, "यह एक अनधिकृत बायोपिक है, और मैंने हेमा मालिनी पर अपनी बुक जारी करने के तुरंत बाद इसे लिखना शुरू कर दिया."

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यह हार्ड कवर एडिशन भारत के पहले स्टार किड की यात्रा पर एक एनालिटिकल बुक है जिसने एक सच्चे रॉकस्टार की तरह अपना जीवन को व्यतीत है. आगे उन्होंने कहा, "मैं संजू से कभी-कभी अलग अलग इवेंट्स में एक पत्रकार के रूप में मिला हूं, और सच कहूं तो मेरे साथ उनका कोई व्यक्तिगत संबंध नहीं है. लेकिन जिस बात ने मुझे उनके बारे में सबसे ज्यादा परेशान किया, वह यह कि शायद वह हमारी पीढ़ी द्वारा सबसे ज्यादा गलत समझे जाने वाले स्टार हैं. मैंने इस पर लगभग दो साल काम किया. अपने शोध के दौरान मैंने महसूस किया कि उनके मजबूत हाथ और घातक आंखों के पीछे एक छोटे बच्चे की आत्मा छुपी हुई है, यह बुक आपको कहानी बतानी की कोशिश करेगी."

डीवा अनवील्ड, लॉन्ग आइलैंड आइस्ड टी, बियॉन्ड द ड्रीमगर्ल और फिटनेस सीक्रेट जैसी सफल बुक्स को लिखने के बाद, इस बुक ने पहले ही जीवनी की दुनिया में लहरें पैदा कर दी हैं. चूंकि संजय दत्त पर पहले से ही एक बुक है, जो पूर्व पत्रकार यासर उस्मान द्वारा लिखी गई है, और संजय दत्त की अपनी जीवनी लिखने की भी खबर है, तो इन सभी के बीच यह बुक कहां खड़ी होती है?

ऐसे में राम कमल का कहना है कि "यह बुक एक एनालिसिस से ज्यादा एक केस स्टडी है. मैं खुद को संजय दत्त के जीवनी लेखक होने का दावा नहीं कर रहा हूं, लेकिन इनके जीवन के माध्यम से मैंने बॉलीवुड के बदलते परिदृश्य पर कब्जा किया है. मैंने हरसाय और गॉसिप को प्रकाशित करने से परहेज किया है, और ज्यादातर मैंने कहानियो पर ध्यान दिया है. हम संजय को जज करने की कोशिश नहीं कर रहे हैं, हम सिर्फ आपको एक कहानी सुना रहे हैं, बिना सेंसर किए."

इस बुक में संजय दत्त की रेयर तस्वीरें हैं, जो एक जानीमानी मैगज़ीन से ली गयी हैं. मैगज़ीन का पूर्व संपादक होने के नाते, उनसे जुड़े ज्यादातर रिसर्च मटेरियल्स मैगज़ीन से हैं. इस बारे में वह कहते हैं, "मैं मिस्टर नारी हीरा का शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मुझे उनके 40 साल पुराने संग्रह को एक्सेस करने की अनुमति दी. रिसोर्सेज के बीना इसे एक्सेक्यूट करना लगभग असंभव होगा."

190 पेज की बुक में 13 विस्तृत चैप्टर्स हैं, जो बॉलीवुड के अन्य सुपरस्टार्स के लिए एक इंसान के रूप में उनकी वृद्धि को दर्शाते हैं. लेखक आगे कहते हैं, "संजय एक पहेली हैं. इस बुक को लिखते समय मैं भावनाओं के एक दृश्य से गुज़रा. मुझे सुनील दत्त जी और नरगिस जी से एक बार प्यार हो गया था, मैं चाहता था कि हर बच्चे के पिता और मां उनके साथ हों. मुझे दर्द का एहसास हुआ कि कैसे मान्यता को शीन और शो बिज़ से गुजरना पड़ा. मुझे उनका दर्द महसूस हुआ कि कैसे वह दुनिया को अपनी बेगुनाही साबित करने की कोशिश कर रहे थे."

हाल ही में, हमने राजकुमार हिरानी के संजू के संस्करण को देखा जिसने संजय दत्त के जीवन में हुई हर चीज़ के लिए मीडिया को दोषी ठहराया. "मुझे नहीं लगता कि उनके जीवन में जो कुछ हुआ है, उसके लिए मीडिया को दोष देना सही था, लेकिन मैं यह भी मानता हूं कि संजय दत्त के जीवन को लेकर मीडिया थोड़ा ज्यादा ही आगे निकल गया था. उन्हें सॉफ्ट टारगेट किया गया, साथ ही यह कहने की जरुरत नहीं है कि उन्हें पोलिटिकल टारगेट भी बनाया गया था."

तो क्या संजय दत्त इस बुक का समर्थन करेंगे? इस बारे में बताते हुए राम कमल ने कहा, "कोई व्यक्ति जो अपनी खुद की बुक लिख रहा है, वह दूसरे का समर्थन नहीं करेगा, यह स्पष्ट है. लेकिन मुझे यकीन है कि अगर वह किताब पढ़ें तो वह निराश नहीं होंगे. यह बुक भी अपने विषय की तरह है."

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