बॉलीवुड एक्ट्रेस माधुरी दीक्षित का कहना है कि पपराजी कल्चर के कारण उन्हें एक समय बेहद चिंता होती थी. मीडिया से बातचीत में माधुरी ने बताया कि जब वह 2011 में इंडिया आई थीं तब हर समय उनके पीछे फोटोग्राफर्स लगे रहते थे.
उस समय उनके दोनों बच्चे अरिन और रायन नेने बहुत छोटे थे और इस तरह से हर समय फोटोग्राफर्स का उनके पीछे लगे रहना उन्हें चिंता में डाल देता था. हालांकि, माधुरी का कहना है कि अब उनके बच्चे बड़े हो चुके हैं और ऐसे में यह पपराजी कल्चर उन्हें ज्यादा हैरान नहीं करता है. बल्कि उनके बच्चे अब इस कल्चर के आदी हो गए हैं.
आपको बता दें कि माधुरी अपने समय की हाईएस्ट पेड एक्ट्रेसेज में से एक थीं. माधुरी बताती हैं कि 2002 में सिनेमा से ब्रेक लेने और उनके शादी के बाद के समय में पपराजी कल्चर इस प्रकार का नहीं था. बकौल माधुरी, 'पहले के समय में हम कैजुअल कपड़ों में ही घर से निकल जाया करते थे, बालों में तेल लगा होता था.
उस वक़्त यदि किसी फोटोग्राफर को हमारी फोटो लेनी होती थी तो वह ले लेता था. उस वक़्त आज के दौर जैसी बात नहीं थी, जहां फोटो खिंचवाना भी अपने आप में फैशन की एक संभावना बन गया है.'