इस साल कंगना रनौत विवादों और अपने विरुद्ध फैली नकारात्मकता के होते हुए भी उन्होंने खुद को साबित किया और अपने विरोधियों को निरंतर मुहतोड़ जवाब दिया. कंगना की फिल्म 'मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ झांसी' की सफलता ने उन सभी निर्माताओं को गलत साबित कर दिया जो दावा करते हैं कि पुरुष नायक की फिल्मों की तुलना में महिला संचालित फिल्में बॉक्स ऑफिस पर अच्छा काम नहीं करती हैं.
अपनी इस सफलता पर कगंना ने कहा है कि वह इस डेवलपमेंट से रोमांचित हैं, खासकर जब 'गली बॉय' को पूरी इंडस्ट्री ने पसंद किया था और 'मणिकर्णिका' पर किसी ने भी एक शब्द भी नहीं कहा था. फिल्म माफिया ने इस फिल्म को कमजोर करने की कोशिश की, लेकिन मणिकर्णिका ने व्यावसायिक रूप से वैश्विक स्तर पर सफलता हासिल की. यह सक्सेस फिल्म माफियाओं के चेहरे पर एक बड़ा थप्पड़ है. इस दौर में कोई भी एक अच्छी फिल्म को रोक नहीं सकता हैं, तब जब दुनिया सोशल मीडिया के कारण एक बड़ा परिवार बन गई है.
'मणिकर्णिका' जो कंगना के निर्देशन की डेब्यू फिल्म थी. फिल्म को जो समिछाएं मिलीं उस हिसाब से फिल्म तीसरी सबसे बड़ी कमाई वाली फीमेल लीडिंग प्रोजेक्ट साबित हुई है.अब फिल्म को एशिया के सबसे बड़े फिल्म समारोह, बुकॉन इंटरनेशनल फैंटास्टिक फिल्म फेस्टिवल के लिए चुना गया है. कंगना की फिल्म के साथ, आलिया भट्ट-रणवीर सिंह अभिनीत फिल्म 'गली बॉय' और आयुष्मान खुराना-तब्बू की अंधाधुन भी महोत्सव में दिखाई जाएगी.
कंगना रनौत, जो फिलहाल हिमाचल प्रदेश में अपने परिवार के साथ अपने छोटे से ब्रेक का आनंद ले रही हैं. उनकी अगली फिल्म 'मेन्टल है क्या' 26 जुलाई 2019 को रिलीज़ होगी.
(Source: Peeping Moon)