एक्टर आयुष्मान खुराना कि अपकमिंग कॉप ड्रामा फिल्म 'आर्टिकल 15' अपने जातिगत कॉन्सेप्ट पर आधारित होने की वजह से करणी सेना के निशाने पर आ गई है. फिल्म का विरोध जताने के लिए करणी सेना ने न केवल डायरेक्टर अनुभव सिन्हा बल्कि मल्टीप्लेक्स चेन मालिकों को भी फिल्म न दिखाने की धमकी दी है. अनुभव ने भी एक लीडिंग डेली के साथ हुए मीडिया इंटरेक्शन के दौरान इस धमकी पर रिएक्ट किया है.
अनुभव ने चल रहे विवादों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'मैं ब्राह्मण विरोधी फिल्म क्यों बनाऊंगा? लोग यह जानने के लिए काफी स्मार्ट हैं कि फिल्म बनाने के लिए पर्याप्त और अधिक ब्राह्मण थे जिन्हे यह पता था कि 'आर्टिकल 15' उन्हें प्रदर्शित नहीं करती है'.
उन्होंने आगे कहा कि करणी सेना जिसने पिछले साल फिल्म 'पद्मावत' की रिलीज़ को चुनौती दी थी वह केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) द्वारा किए गए निर्णय को पूरी तरह से बॉयकॉट करती है. जबकि सीबीएफसी एक स्वायत्त सरकारी निकाय है, जिसने फिल्म को यू / ए प्रमाण पत्र के साथ मंजूरी दे दी है. उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा, 'यह एक ऐसा दौर है जब लोग ऐसी संस्थाओं (करणी सेना) का भी सम्मान करते हैं'.
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उन्होंने अपना मत रखते हुए आगे कहा कि सीबीएफसी को इस तरह के विरोध प्रदर्शनों को रोकने के लिए होम मिनिस्ट्री को इसकी रिपोर्ट करनी चाहिए. इस तरह के अतिवादी खतरों को रोकना होगा. फिल्म निर्माताओं को लगातार इस तरह से परेशान नहीं किया जा सकता है.
आर्टिकल 15, आगामी 28 जून को सिनेमाघरों में रिलीज़ होगी. फिल्म में सयानी गुप्ता और कुमुद मिश्रा जैसे टैलेंटेड एक्टर भी अभिनय कर रहे हैं.
(Source: Mid-Day)