बॉलीवुड अभिनेता शाहिद कपूर की फिल्म ‘कबीर सिंह’ ने पिछले हफ्ते ही बड़े पर्दे पर दस्तक दी है, ये फिल्म तेलुगू सुपरहिट मूवी ‘अर्जुन रेड्डी’ की हिंदी रीमेक है, फिल्म की बॉक्स ऑफिस पर शानदार कमाई देखने को मिल रही है.
शाहिद कपूर की फिल्म ‘कबीर सिंह’ में अभिनेता की परफॉरमेंस को तो एक वर्ग काफी ज्यादा पसंद कर रहा है वहीं कुछ लोग ऐसे भी है जिन्हें इस फिल्म में महिला विरोधी तत्व नजर आ रहे हैं.
‘कबीर सिंह’ को लेकर अभिनेता की जितनी तारीफ हुई है उतनी इस फिल्म के चयन को लेकर उनको आलोचना भी झेलनी पड़ रही है. सोना महापात्रा के बाद अब फिल्म सेंसर बोर्ड की सदस्य वाणी त्रिपाठी ने शाहिद को ऐसा किरदार चुनने पर लताड़ लगाई है.
इसके पहले हाल ही में सिंगर सोना मोहापात्रा ने शाहिद के किरदार पर भी सवाल उठाते हुए कहा था- क्या आपको इस फिल्म में पुरुष प्रधान मानसिकता और महिलाओं से घृणा करने वाली प्रवृति नजर नहीं आती, क्या किरदार को चुनने के लिए आपकी कोई जिम्मेदारी नहीं बनती है.
I'm serious about this thought that Misogyny is "Infectious" have been noticing the narrative around #KABIRSINGH past few days..What a terribly misogynistic and extremely violent film! Arjun Reddy was bad enough and now this remake! Am I surprised it's doing well ...Well Well!
— Vani Tripathi Tikoo (@vanityparty) June 25, 2019
अब सेंसर बोर्ड की सदस्य वाणी त्रिपाठी ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि ‘अर्जुन रेड्डी काफी बुरी फिल्म थी, अब उसकी रीमेक बनी है, मुझे हैरानी है कि ये फिल्म अच्छा कर रही है. एक महिला विरोधी फिल्म के अच्छे प्रदर्शन से मुझे काफी आश्चर्य है.’
I find it baffling that "Big Stars" make these choices who actually lead by Example! As the Cinematic journey of the country has gone beyond its "Traditional" Women as "Eye Candy" routine. Can we remember how movie characters are idolised? #StopMisogyny #KabirSingh
— Vani Tripathi Tikoo (@vanityparty) June 25, 2019
इसके साथ ही दुसरे ट्वीट में शाहिद कपूर के फिल्म के चयन को लेकर सवालिया निशान लगाते हुए लिखा है कि ‘बड़े स्टार्स इस तरह का चुनाव कैसे कर लेते हैं, वो सामाज के सामने क्या उदाहरण पेश करेंगे.’
Someone asked me after my last post what's wrong with an Actor choosing a role? Dear pal there is never a wrong or a right it's the choices that you make on screen to portray is what defines who you are! A character is only a piece of written paper if not enlivened by an actor!
— Vani Tripathi Tikoo (@vanityparty) June 25, 2019
(Source-Twitter)