फिल्म 'उरी : द सर्जिकल स्ट्राइक' की सफलता के बाद बॉलीवुड में देशभक्ति और उससे जुड़े ज्वलंत मुद्दों पर फिल्म बनाने का दौर तेज हो गया था. लेकिन उसके साथ ही फिल्ममेकर्स हाल में हुई घटनाओं पर भी फोकस कर रहे थे. मेकर्स द्वारा पुलवामा अटैक के बाद हुई एयर स्ट्राइक के बाद इस घटना से जुड़े प्रोजेक्ट को तैयार करने के लिए टाइटल्स को रजिस्टर करने की होड़ लग गई थी. 'द डेडली अटैक', 'सर्जिकल स्ट्राइक 2.0', 'बालाकोट' और 'पुलवामा अटैक' जैसे टाइटल रजिस्टर हुए थे. अब 'आर्टिकल 370' के रद्द होने के बाद से यह होड़ फिर से चालू हो गई है.
रिपोर्ट्स की माने तो 'आर्टिकल 370' को रद्द करने के केंद्र सरकार के फैसले को ध्यान में रखते हुए सोमवार 5 अगस्त और मंगलवार 6 अगस्त के बीच, 50 से भी ज्यादा टाइटल रजिस्टर किए जा चुके हैं. चूंकि डायरेक्टर अनुभव सिन्हा की फिल्म 'आर्टिकल 15' बॉक्स-ऑफिस पर सफल हुई थी. इसलिए ज्यादातर मेकर्स की पसंद के टाइटल 'आर्टिकल 370' और 'आर्टिकल 35 A' रहे हैं. सूत्रों से पता चलता है की इन मेकर्स में से कुछ इस घटना पर एक फिल्म बनाने के लिए जल्द से जल्द अनुमति लेने के इच्छुक हैं ताकि वे रिसर्च के साथ आगे बढ़ सकें और ज्यादा जानकरी इकट्ठा कर सकें.
ट्रेड एनालिस्ट अतुल मोहन इस विषय पर बताते हैं, 'फिल्म मेकर्स ने उरी हमलों, पुलवामा हमलों और नोटबंदी से जुड़े दर्ज करने के लिए दौड़ लगाई थी. लेकिन इस तरह के विषयों पर बानी फिल्में दर्शकों की जिज्ञासा को कम करती हैं'.
पीएम नरेंद्र मोदी की बायोपिक के निर्माता आनंद पंडित ने बताया कि उन्होंने एक महीने पहले 'आर्टिकल 370' और 'आर्टिकल 35 A' टाइटल दर्ज किए थे. उन्होंने कहा 'मैं यह जानना चाहता था कि एक राज्य को ऐसे विशेषाधिकार क्यों दिए गए. लेकिन हमारे प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हमारे नक्शे के ऐतिहासिक पुनर्विकास के बाद, मैंने अपने इस कदम को सही पाया है. एकदम सही पाया है. फिल्म निर्माता विजय गलानी ने यह भी कहा कि वह कुछ समय के लिए कश्मीर में एक स्क्रिप्ट सेट पर काम कर रहे हैं.
(Source: Mumbai Mirror)