राष्ट्रीय फिल्म अवॉर्ड्स का हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के साथ-साथ रीजनल फिल्म इंडस्ट्री भी बेसब्री से इंतजारकरती है. क्योंकि हिंदी के साथ-साथ अन्य भारतीय भाषाओं की फिल्मों के लिए भी राष्ट्रीय पुरस्कार घोषित किए जाते हैं. ऐसे में इस बार भी नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स का अनाउंसमेंट कर दिया गया है.
'उरी' फिल्म के लिए विक्की कौशल को बेस्ट एक्टर के नेशनल अवॉर्ड से नवाजा गया है. इस जीत के बाद विक्की ने लीडिंग डेली से बात करते हुए बताया है कि ‘लोग कहते हैं कि डेस्टिनी सबसे बड़ी चीज होती है, लेकिन बिना कड़ी मेहनत से कुछ भी मुमकिन नहीं है. पिछले दो दिनों से मेरे माता-पिता मुझसे पूछ रहे हैं कि कैसा महसूस कर रहे हो, सही बताऊं, अभी खुशी में डूबना बाकी है.’
इसके साथ ही आयुष्मान खुराना की तारीफ में विक्की कौशल ने कहा कि ‘मुझे उनके फिल्मों के चयन से काफी कुछ सीखने को मिलता है, वो शानदार इंसान भी हैं.’
हालांकि, नेशनल अवार्ड्स की घोषणा के बाद से, ममूटी के प्रशंसकों ने जूरी की पसंद पर सवाल उठाया और तर्क दिया कि मलयालम सुपरस्टार तमिल फिल्म ‘पेरानबू’ में उनके प्रदर्शन के लिए सम्मान के पात्र थे, यह कहते हुए कि जूरी अनुभवी लोगों से बनी है जो अपनी नौकरी जानते हैं, विक्की ने इस मुद्दे को संबोधित करते हुए कहा कि ‘सबको अपनी राय रखने का हक है, जूरी अनुभवी लोगों की होती है, जिन्हें अपना काम अच्छे से आता है. किसी को विजेता घोषित करने से पहले वो 100 फिल्में देखते हैं.’
विक्की कौशल ने आगे कहा कि ‘मैं हमेशा से अपने काम के प्रति वफादार रहा हूं, मैं कभी मेहनत से पीछे नहीं हटता हूं.’
(Source-Mid day)