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तुर्की के लोगों को भा रहा है हिंदी धारावाहिक 'इस प्यार को क्या नाम दूं'

हिंदी धारावाहिक 'इस प्यार को क्या नाम दूं' तुर्की में प्राइम टाइम के दौरान देखा जाने वाला एक पसंदीदा धारावाहिक है और पिछले चार वर्षों से इसकी अप्रूवल रेटिंग्स में कोई गिरावट नहीं आई है. दरअसल, तुर्की के दर्शकों को इसकी प्रेम कहानी के ट्विस्ट और टर्न काफी भा रहे हैं. शो को तुर्की में डब किया गया और 'बीर गारिप आस्क' के नाम से दिखाया जाता है, जो कि चैनल कनाल 17 पर प्रसारित होता है। चैनल के उप-प्रबंधक यसिम के मुताबिक यह शो तुर्की के दर्शकों को काफी खुश कर रहा है.

यसिम ने आईएएनएस को बताया कि सिर्फ 'इस प्यार को क्या नाम दूं' ही नहीं, बल्कि अन्य धारावाहिक 'एक बार फिर', 'उतरन', 'बालिका वधु', 'सरस्वतीचंद्र' जैसे धारावाहिकों को भी लोग काफी पसंद कर रहे हैं.

यसिम तुर्की मीडियाकर्मियों की एक बड़ी टीम का हिस्सा हैं.

हैरानी की बात है कि बॉलीवुड फिल्मों की तुलना में तुर्की में हिंदी धारावाहिक ज्यादा लोकप्रिय हैं. आमिर खान अभिनीत फिल्म 'दंगल', सलमान खान की 'बजरंगी भाईजान', शाहरुख खान की 'चेन्नई एक्सप्रेस' और यहां तक कि ऋतिक रोशन-ऐश्वर्या अभिनीत फिल्म 'जोधा अकबर' की फिल्में भी लोकप्रिय हैं.

कनाल 17 पर प्रसारित अन्य शो में 'थपकी प्यार की', 'साथ निभाना साथिया' भी शामिल है.

'इस प्यार को क्या नाम दूं' को पहली बार नवंबर 2015 में प्रसारित किया गया था. तब इसे नॉन-प्राइम टाइम की श्रेणी में रखा गया था, लेकिन इसके प्रति लोगों की उत्सुकता और टीआरपी देख इसे मार्च 2016 में प्राइम टाइम श्रेणी में 9 बजे से प्रसारित किया जाने लगा. 

यसिम ने आईएएनएस से कहा, 'पिछले चार वर्षों से इस धारावाहिक की अप्रूवल रेटिंग्स में कोई गिरावट नहीं आई है'. 

एक बार जब लोग किसी धारावाहिक को देखना बंद कर देते हैं, तो चैनल इसे अपने प्रसारण सूची से बाहर कर देता है.

(Source: IANS)

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