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नेपोटिज्म टैग से नहीं पड़ता सनी देओल को फर्क, करण देओल ने भी की खुलकर बात

एक्टर-पॉलिटिशियन सनी देओल के बेटे करण देओल फिल्म 'पल पल दिल के पास' के साथ बॉलीवुड में अपना डेब्यू करने जा रहे हैं, जिसे खुद उनके पिता ने डायरेक्ट किया है. हालांकि फिल्म के गाने और झलकियां दर्शकों से अच्छी प्रतिक्रिया प्राप्त कर रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद करण के लिए यह खुद नाम कमाने के काम जैसा है. 

हाल ही में दिए अपने एक इंटरव्यू में इस बाप-बेटे की जोड़ी से इंडस्ट्री में चल रहे नेपोटिज्म के कारण ट्रोल होने पर सवाल पूछा गया, जिसके जवाब में सनी ने कहा, "मैं (नेपोटिज्म) टैग के बारे में परेशान नहीं हूं क्योंकि मैं अपना काम करने के लिए यहां हूं. मैं इन सभी चीजों पर ध्यान नहीं देता. अगर मैं इन चीजों पर ध्यान देना शुरू कर दूं, तो मैं कोई काम नहीं कर सकता. आज की तारीख में स्मार्टफोन और सोशल मीडिया कल्चर के साथ लोगों के पास बहुत सारे तरीके हैं टाइम पास करने और दूसरों को ट्रोल करने के. उन्हें ऐसा करने में मजा आता है, इसलिए यह उनके लिए अच्छा मनोरंजन है. किसी को भी इन ट्रोल्स पर ध्यान नहीं देना चाहिए क्योंकि आप अपना समय और ऊर्जा बर्बाद कर रहे हैं. आप जानते हैं कि आप क्या कर रहे हैं और क्यों कर रहे हैं, इसलिए बस अपने काम पर ध्यान केंद्रित करें और आगे बढ़ें."

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दूसरी ओर, करण अपने जवाब के बारे में काफी स्पष्ट लग रहे थे. उन्होंने कहा, "मैं यह जोड़ना चाहूंगा कि आपका काम अपने लिए बोलता है. यदि लोगों ने आपके काम को स्वीकार कर लिया है, तो आपको इसके बारे में खुश होना चाहिए. हम लोगों के लिए फिल्में बना रहे हैं ताकि वे जाएं और इसका आनंद लें. अच्छी और बुरी राय होंगी, जिससे हम भाग नहीं सकते."

'पल पल दिल के पास', हिमाचल प्रदेश की पृष्ठभूमि पर आधारित एक प्रेम कहानी है. सनी देओल के डायरेक्शन में बनी इस फिल्म में करण और सहर के अलावा आकाश अहूजा, सचिन खेड़ेकर, सिमॉन सिंह, मेघना मलिक, कामिनी खन्ना और आकाश धर भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में दिखाई देंगे.यह फिल्म 20 सितंबर 2019 को रिलीज होगी.

(Source: TOI)

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