उत्तर मुंबई से कांग्रेस के सीट पर चुनाव लड़ने पर उर्मिला मातोंडकर ने पद से इस्तीफा दे दिया है. 2019 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उर्मिला ने कांग्रेस पार्टी का दामन थामा था. लेकिन पांच महीने के अंदर ही उन्होंने कांग्रेस से अपना त्यागपत्र दे दिया है. दरअसल, उर्मिला पार्टी की अंदरूनी गुटबाजी से परेशान थी. उन्होंने कहा, 'मेरी राजनीतिक और सामाजिक संवेदनाएं बड़े लक्ष्य को हासिल करने के लिए हैं, लेकिन मुंबई कांग्रेस की अंदरूनी राजनीति के कारण मैं ऐसा कर नहीं पा रही हूं.'
अपने त्यागपत्र में उर्मिला ने कहा, 'मैंने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है. पहली बार मेरे मन में इस्तीफे का विचार तब आया था जब मेरी लगातार कोशिशों के बावजूद तत्कालीन मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष मिलिंद देवड़ा को लिखे 16 मई के मेरे खत के संबंध में पार्टी ने कोई एक्शन नहीं लिया. इसके बाद इस खत में किए गए गोपनीय संवाद को बड़ी आसानी से मीडिया में लीक कर दिया गया. मेरे साथ यह एक घोर छल था. मेरे लगातार विरोध जाहिर करने के बावजूद पार्टी में किसी ने इसको लेकर क्षमा नहीं मांगी यहां तक कि चिंता भी नहीं जाहिर की. यही नहीं मेरे खत में जिन लोगों के नाम थे उनमें से कुछ को मुंबई नॉर्थ में कांग्रेस के घटिया प्रदर्शन के बावजूद नए पदों से नवाजा गया.