डायरेक्टर मिलाप जावेरी ने कहा, 'विशाल शेखर मेरे बहुत अच्छे दोस्त है और मैं उनकी बहुत इज्जत करता हूं. मैं कहना चाहता हूं कि 'बचना ए हसीनो' में उन्होंने भी रीमिक्स किया था. तब क्या हुआ था ? कहां गई थी ऑरिजिनेलिटी. वो मेरे बहुत अच्छे दोस्त है लेकिन पहले उन्होंने किया तो अब वो क्यों नाराज हो रहे हैं.
मिलाप ने आगे कहा, 'रीमिक्स का मेरा इतना मानना है कि हमारी जेनेरशन में कोई आर डी बर्मन सर को नहीं जनता था जब तक कि 90s के गानों को रिक्रिएट नहीं किया गया था. मेरा कहना है कि यह सबकुछ डिमांड और सप्लाई की बात है. अगर कल को रीमिक्स आए और न चलें तो लोग उसे सुनना बंद कर देंगे. रीमिक्स की वजह से लोग पुराने गानों को सुन रहे हैं और उन्हें पता चला है कि लक्ष्मीकांत प्यारेलाल और आर डी बर्मन कौन हैं और कल्याण जी आनंद जी कौन है, वर्ना ये ज़माना इन्हे भूल जाता. सत्यमेव जयते में जो 'दिलबर' हैमारा गाना था, इस जेनेरेशन में कोई ओरिजिनल गाने को नहीं जनता था. यह गाना सुपरहिट हुआ जिसके बाद ऑरिजिनल गाने के भी व्यूज बढ़ गए.'
आपको बता दें कि विशाल ददलानी ने अपने ऑफीशियल इंस्टाग्राम हैंडल पर एक पोस्ट किया था जिसमें उन्होंने, ‘वार्निंग,अगर किसी ने भी विशाल-शेखर के गानों के रीमिक्स बनाया तो मैं उस फिल्म और म्यूजिशियन्स के खिलाफ कोर्ट जाने से बिल्कुल नहीं घबराऊंगा. साकी साकी के बाद मुझे पता चला है कि कुछ लोग मेरे गानों ‘दस बहाने, दीदार दे, सजना जी वारी-वारी और देसी गर्ल’ के साथ कुछ और गानों का रीमिक्स भी बनाने जा रहे हैं. अपने खुद के गाने बनाओ’.
विशाल ने पोस्ट के कैप्शन में भी लिखा कि 'विशाल-शेखर के गाने उनकी इजाजत और क्रेडिट के बिना भूलकर भी रीमिक्स न बनाए. वरना ये आपके लिए बहुत मुश्किल साबित होगा. खासतौर पर वे म्यूजिशियन्स जो ऐसा करने जा रहे हैं. ये बेहद निजी मामला है. फिर चाहें वो मेरा कोई दोस्त ही क्यों न हो'.
(Source: Instagram)