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अमिताभ बच्चन, इंडस्ट्री में हिंदी भाषा और Pay-Parity... इन सटीक बयानों के लिए ट्रेंड हो रही हैं तापसी पन्नू

तापसी पन्नू बॉलीवुड की उन अभिनेत्रियों में से एक हैं जो हर टॉपिक पर अपनी राय बड़ी बेबाकी से देती हैं. तापसी ने हाल ही में इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ़ इंडिया (IFFI) के मंच पर ऐसा कुछ कहा है जिसकी वजह से बीती राटा से सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रही हैं. इस मंच पर दिया गया उनका एक एक बयान वायरल हो रहा है. ट्विटर के ट्रेंडिंग हैशटैग की बात की जाए तो #TaapseePannuIsOnFire .

आइये आपको विस्तार में बताते हैं तापसी के सटीक बयान - 

1.  IFFI के एक सेगमेंट के दौरान, दर्शकों में से एक व्यक्ति ने 'पिंक' अभिनेत्री को बुलाया और उनसे न कि सिर्फ इंग्लिश बल्कि हिंदी में बात करने के लिए कहा.

उन्होंने कहा, "तापसी प्लीज थोडा हिंदी में बोलो लो, क्युंकी आप हिंदी फ़िल्में करती हों". इसके जवाब में, अभिनेत्री ने एक सच्चे स्टार की तरह यह कहा कि वह सिर्फ एक बॉलीवुड अभिनेत्री नहीं है, बल्कि दक्षिण भारत की फिल्म का भी हिस्सा हैं. "मैं फिर हिंदी में भी क्यों बात करूं? मैं तो साउथ की फिल्मों की भी अभिनेत्री हूं."

 

2. अभिनेत्री तापसी पन्नू को लगता है कि बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन को उनकी हाल की हिट फिल्म 'बदला' में उनके मुकाबले ज्यादा क्रेडिट दिया गया है.

"यहां तक ​​कि जब मैंने 'बदला' जैसी फिल्में की, तो श्री बच्चन की तुलना में मेरे पास ज्यादा सीन थे, उनके मुकाबले मैंने ज्यादा दिन तक शूटिंग की. वह फिल्म के नायक थे, मैं प्रतिपक्षी थी. लेकिन नायक की तुलना में प्रतिपक्षी की फिल्म में अधिक उपस्थिति थी. लेकिन अंततः फिल्म रिलीज होती है और सब इसे अमिताभ बच्चन की फिल्म कहते हैं. हां, जब मैं अपनी आवाज उठाती हूं और कहती हूं कि मैंने अगर ज्यादा नहीं तो  लगभग बराबर काम किया है, तो लोग मुझे गलत कहते हैं क्योंकि यह एक पुरुष-प्रधान इंडस्ट्री है. उन्हें यह भी एहसास नहीं है कि मैंने वास्तव में अधिक काम किया होगा. इसे सर की फिल्म कहा जाता है, इसे एक महिला फिल्म नहीं कहा जाएगा. भले ही मेरे पास अधिक दृश्य हों, इसे अमिताभ बच्चन की फिल्म ही कहा जाएगा. एक एंटरटेनमेंट पोर्टल की रिपोर्ट के अनुसार, नेहा धूपिया के शो पर तापसी ने कहा, "क्रेडिट हमेशा वहां (हीरोज़ को) जाएगा."

3. पुरुष और महिला अभिनेताओं के बीच पे-पैरिटी पर तापसी ने कहा कि हमें अब भी एक लंबा रास्ता तय करना है, उम्मीद है कि पुरुष और महिला के बीच इस तरह का भेदभाव जल्द समाप्त हो.

गोवा में चल रहे इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (IFFI) के 50 वें संस्करण के दौरान एक इंटरेक्शन में तापसी ने कहा, "पे-पैरिटी के मामले में हमें एक लंबा रास्ता तय करना है. बॉलीवुड में अभिनेत्रियों को जो फीस मिलती है, वह "लीड एक्टर्स (पुरुषों) से आधी भी नहीं है. यह कई बार एक-चौथाई से भी कम होती है.ऐ लिस्टर एक्ट्रेस है तो यहाँ ज्यादा से ज्यादा आधी होती है."

"मुझे आशा है कि यह मेरे लाइफ टाइम में बदल जाएगा. ऐसा तब हो सकता है जब अधिक से अधिक लोग सिनेमाघरों में एक महिला संचालित फिल्म देखें. केवल बॉक्स-ऑफिस पर यह बदल सकता है. हां, महिलाओं द्वारा संचालित फिल्में पिछले चार से पांच सालों में काफी ज्यादा आई हैं, लेकिन बड़ा अंतर तब होगा जब बॉक्स ऑफिस नमबर आएंगे. कोई अन्य तरीका नहीं है"

4. मेरे लिए फिल्में सब कुछ नहीं हैं और मेरे जीवन का अंत नहीं है.

तापसी रियल लाइफ में भी उतनी ही बोल्ड हैं, जितने स्क्रीन पर उनके किरदार हैं. उन्होंने कहा, "मुझे किसी का डर नहीं,क्योंकि मुझे किसी के सरनेम की रक्षा नहीं करनी. मैं एक पारिवारिक विरासत की जवाबदेह नहीं हूं. इसलिए मैं कहती हूं कि मेरे पास एक आउट सीडर होने का फायदा है. मैं यहां इसलिए हूं क्योंकि मुझे मजा आ रहा है. और जब तक मैं मज़े कर रही हूँ, तब तक मैं वह सब कुछ करूंगी जो दुनिया मुझसे कहती है कि मैं नहीं कर सकती. जिस दिन मैं ऊब जाउंगी या इसी तरह के प्रस्ताव मुझे मिलते रहेंगे, मैं खुशी से उन्हें नकार दूंगी और जीवन में कुछ और करूंगी. मेरे लिए फिल्में सब कुछ नहीं हैं और मेरे जीवन का अंत नहीं है.”

 

(Source: IANS)

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