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राजकुमार राव: अपने किरदारों को जितना प्रभावशाली बना सकूं उतना अच्छा है

चाहें जो भी किरदार हो राजकुमार राव उसे बेहतरीन ढंग से निभाते हैं और कभी भी दर्शकों को निराश नहीं करते. किसी फिल्म को साइन करने से पहले राजकुमार राव ये जरूर देखते हैं कि फिल्म में उनकी भूमिका चुनौतीपूर्ण और प्रभावशाली होनी चाहिए. एफटीआईआई के पूर्व छात्र होने के नाते, राजकुमार को ऐसी कहानियां पसंद आती हैं जो उन्हें सोचने पर मजबूर कर दे.

राजकुमार राव कहते हैं, "मैं वास्तव में कुछ और नहीं देखता, और जब आप ऐसा करते हैं, तो यह जरुरी नहीं है कि आपको मुख्य भूमिका मिलेगी. हां, मैं एक लालची अभिनेता भी हूं, और एक कहानी में सबसे प्रभावशाली हिस्सा करना पसंद करूंगा. लेकिन, मुझे पता है कि यह हर बार नहीं हो सकता है. इसलिए, जब आपको वह नहीं मिलेगा, तो आप काम करना बंद नहीं करेंगे. मैं अपने किरदार को सबसे ज्यादा प्रभावशाली कैसे बनाऊ इस बारे में सोचता हूँ."

बहुमुखी प्रतिभा के धनी, अभिनेता ने अपनी प्रतिभा के दम पर भारतीय सिनेमा में अपना सफर शुरू किया. अपने अभिनय को बार-बार साबित करने के बाद राजकुमार, देश के सबसे बड़े फिल्म निर्माताओं की पसंद बन गए हैं. राजकुमार राव कहते हैं, "मुझे पता है कि मैं आज कहां से कहां पहुंचा हूं. इसलिए हर बार जब मैं कुछ और महसूस करता हूं, तो मैं अपने सफर को पीछे मुड़कर देखता हूँ और मेरा हृदय तुरंत कृतज्ञता से भर जाता है. 

राव कहते हैं, "लोगों को हंसाना मुश्किल है, दर्शक बहुत ही नम्र हैं जो उन्हें "बरेली की बर्फी", "स्त्री" और "न्यूटन" में मेरी परफॉर्मेंस पसंद आयी. अब स्लाइस ऑफ़ लाइफ वाली फिल्म "मेड इन चाइना" को भी उन्होंने प्यार दिया. मैं एक एक्टर के तौर पर हमेशा खुद को चुनौतियाँ दूंगा और अपने काम से ऑडिएंस को एंटरटेन करता रहूँगा."

 

(Source: Peepingmoon)

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