मेघना गुलज़ार बॉलीवुड की बेहतरीन फिल्म मेकर्स में से एक हैं. वह उन कहानियों को कलमबद्ध करती है जिसपर उन्हें विश्वास होता है कि वो समाज में कहीं न कहीं प्रभाव छोड़ेगी. मेघना की पिछली दो फिल्में 'तलवार' और 'राज़ी' बॉक्स ऑफिस पर बैक टू बैक हिट साबित हुईं और ऐसे में दीपिका के साथ उनकी आने वाली फिल्म 'छपाक' के लिए भी हर कोई बहुत उत्साहित हैं.
मेघना का ध्यान आकर्षित करने वाली ऐसी ही एक कहानी थी एसिड अटैक सर्वाइवर लक्ष्मी अग्रवाल की कहानी. यह कहानी विभिन्न स्तरों पर उनके लिए दर्दनाक और प्रेरणादायक थी. दीपिका स्टारर यह फिल्म 10 जनवरी को रिलीज होने वाली है और 10 दिसंबर को इसका ट्रेलर रिलीज किया जाएगा.
विश्व मानवाधिकार दिवस प्रत्येक वर्ष 10 दिसंबर को विश्व स्तर पर मनाया जाता है. इस तारीख को ट्रेलर लॉन्च करना मेघना के लिए चौंकाने वाला था जिसके बारे में बात करते हुए मेघना ने यह कहा कि इससे बेहतर डेट कौनसी हो सकती है! तारीख के महत्व पर अपने विचार साझा करते हुए, मेघना ने कहा, "यह वास्तव में एक अच्छा संयोग है कि हमारा ट्रेलर 10 दिसंबर को लॉन्च हो रहा है - मानव अधिकार दिवस पर. 'छपाक' एसिड अटैक की कहानी है. एसिड अटैक का मूल कार्य उस व्यक्ति के मानवाधिकारों का उल्लंघन करता है जिसपर यह हमला हुआ है. उनकी शारीरिकता हमेशा के लिए बदल जाती है. इसलिए मैं वास्तव में हमारी फिल्म की रिलीज की तारीख के लिए इससे बेहतर सिंक्रोनाइजेशन नहीं मांग सकती थी. ट्रेलर रिलीज की तारीख बेहद महत्वपूर्ण है. वास्तव में यह शुरुआती सोच नहीं थी, हम अपनी रिलीज की तारीख सोच रहे थे, लेकिन अब जो हो रहा है उसके लिए मैं वास्तव में बहुत आभारी हूं"
छपाक में एक निर्देशक के रूप में अपनी यात्रा के बारे में अपने विचारों को साझा करने पर मेघना ने कहा, "इस फिल्म के सेट पर एक निर्देशक के रूप में मेरी यात्रा बेहद मुश्किल रही . व्यावहारिक रूप से इसे बनाने के लिए यह एक कठिन फिल्म रही है. टीम के लिए और दीपिका के लिए, जो भावनात्मक और शारीरिक रूप से बहुत सारे मुश्किलों का सामना कर रहे थे . लेकिन अंत में जब आप फिल्म को देखते हैं, तो मुझे यकीन है कि मैं टीम की ओर से बेहद संतुष्ट हूं. यह एक महत्वपूर्ण कहानी थी और हमें खुशी है कि हमें इसे बताने का मौका मिला . ''
(Source: Peepingmoon)