दिल्ली उच्च न्यायालय में एक दलील दी गई है कि जिसके मुताबिक अजय देवगन की आने वाली फिल्म 'तानाजी-द अनसंग वॉरियर' के निर्देशक ने उनके वंश को नही दिखाया है, इस तरह से वह उसे दिखाने की मांग कर रहे हैं. याचिका में केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) को भी निर्देश दिया गया है कि अगर वह तानाजी मालुसरे का असली वंशावली नहीं दिखाते हैं, तो अजय देवगन स्टारर फिल्म को सार्वजनिक रूप से देखने के लिए वह उसे प्रमाणपत्र न दें.
अखिल भारतीय क्षत्रिय कोली राजपूत संघ नाम के एक समाज ने अपनी याचिका में आरोप लगाया गया है कि फिल्म के निर्माता गलत तरीके से तानाजी को मराठा समुदाय से संबंधित दिखा रहे हैं, जब वह वास्तव में एक क्षत्रिय महादेव कोली थे.
यह दावा किया गया है कि फिल्म, 10 जनवरी को रिलीज होने वाली है, जिसकी वजह से "जानबूझकर राजनीतिक और व्यावसायिक लाभ के लिए" तनजी का असली वंश "छुपाया गया है."
याचिका में आगे दावा किया गया है कि कोली समुदाय ने सीबीएफसी को कई अभ्यावेदन भेजे थे ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि फिल्म को तानाजी के असली वंशावली दिखाए बिना जारी नहीं किया जाये, लेकिन सेंसर बोर्ड द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
तानाजी मालुसरे, जिन्हें 'सिम्हा' (सिंह) के रूप में भी जाना जाता है, शिवाजी की सेना में एक योद्धा और सैन्य नेता थे.