फिल्म: घोस्ट स्टोरीज
कास्ट: जान्हवी कपूर, मृणाल ठाकुर, सोभिता धुलिपाला, गुलशन देवैया, सुरेखा सिकरी, विजय वर्मा, सुकांत गोयल, कुशा कपिला, अविनाश तिवारी
निर्देशक: करण जौहर, जोया अख्तर, अनुराग कश्यप, दिबाकर बनर्जी
बॉलीवुड के जाने माने फिल्म मेकर्स करण जौहर, जोया अख्तर, दिबाकर बनर्जी और अनुराग कश्यप ने नेटफ्लिक्स पर 'लस्ट स्टोरीज' से सभी को अपना दीवाना बनाने के बाद 'घोस्ट स्टोरीज' के साथ अपने फैंस को इस बार डराने के लिए आ चुके हैं.
इसकी शुरुआत जोया की कहानी से होती है, जिसमे आप जान्हवी को एक नर्स की भूमिका में देखेंगे. जान्हवी को एक अजीबोगरीब इमारत में रहने वाली बूढ़ी, बिस्तर पढ़ी हुई औरत की जिम्मेदारी मिली हुई होती है. समीरा उर्फ जान्हवी, अपने काम से नाखुश रहती है. ऐसे में वह बूढ़ी औरत यानी सुरेखा की अपने बेटे से मिलने की इच्छा को पूरा करने के लिए उसे बाहर ले जाती है. लेकिन दिलचस्प बात यह होती है कि बूढ़ी औरत के बेटे को कोई इंसान अपने आंखो से नहीं देख पाता. तकनीकी रूप से जान्हवी ने अपने किरदार को बेहद खूबसूरत तरीके से निभाया है. जान्हवी ने हर एक इमोशन को बेहद अच्छी छुआ है. इस वेब शो की इस कहानी में जान्हवी द्वारा बोली गयी साउथ इंडियन एक्सेंट भी आपका ध्यान अपनी तरफ खिचेगी. वहीं, पहले फ्रेम में सुरेखा को देखते ही उनके किरदार को आप समझ लेंगे. हालांकि, हर बार की तरह इस बार भी उनकी एक्टिंग कमाल की रही है. वहीं जोया द्वारा किया गया डायरेक्शन शानदार है. बारिश और एक खाली हवेली की पृष्ठभूमि के साथ यह कहानी आपको जरूर डराएगी.
अगली कहानी में शोभिता धुलिपाला को आप लीड रोल में देख सकते हैं. जोया की कहानी से अलग, यह कहानी एक अलौकिक शक्ति की उपस्थिति के बजाय चिंता और रोमांच की ओर अधिक झुकती है. अनुराग कश्यप की यह कहानी नेहा के इर्द-गिर्द घूमती है जो एक गर्भवती महिला है और कौवे से बात कर सकती है. उसकी गर्भावस्था उसके भतीजे पर प्रभाव डालती है जो उसे किसी से भी कहीं ज्यादा प्यार करता है. ऐसे में उसके मन में अजन्मे बच्चे के प्रति ईर्ष्या की भावना विकसित हो जाती है. वहीं सोभिता के गर्भ के अंदर मौजूद बच्चा एक अलग रहस्य रखता है. मातृत्व, अकेलेपन और खोने की कहानी में सोभिता के किरदार नेहा के भीतर कई रहस्य छिपे हुए हैं. इस कहानी को देख आप सोभिता को इंडस्ट्री की बेस्ट एक्ट्रेसेस मानने से इंकार नहीं कर सकते. नेहा के रूप में हर एक सीन में सोभिता के अंदर के डर को बढाती नजर आएंगी. ब्लैक एंड व्हाइट टेम्पलेट रहस्यमय वाइब्स जोड़ता है और सोभिता के एक्टिंग को जबरदस्त बनाता है. हालांकि, अच्छी कहानी होने के बावजूद आपको इसके अंत में स्पष्टता का अभाव महसूस होगा.
दिबाकर की कहानी में आप सुकांत गोयल, आदित्य शेट्टी और ईवा एमर्ट को देख सकते हैं. कहानी एक खाली गावं की होती है, जिसमे सुकांत घुस जाते हैं और वहां उनकी मुलाकात दो बच्चो से होती है, जो सामाजिक-राजनीतिक कारणों से वहां फंसे हुई हैं. सुकांत, लड़की के पिता की हिरासत से तीनों को बचाने के प्रयास में नजर आते हैं, जो एक नरभक्षी के अलावा कुछ नहीं है. एक आदमखोर की यह कहानी अत्यधिक लंबी है. गुलशन देवैया अपने भावों के साथ कहानी को दमदार बनाते में योगदान देते नजर आ रहे हैं. सुकांत और बच्चों ने अपनी किरदार को अच्छे से निभाया है. हालांकि, कहानी सामाजिक-राजनीतिक झगड़ों के कारण लम्बी बन गयी है.
आखिरी कहानी करण के खजाने से आती है. चौथी कहानी इरा उर्फ मृणाल ठाकुर और ध्रुव की अरेंज मैरिज के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसे अविनाश तिवारी ने निभाया है. एक ऐसे व्यक्ति के साथ शादी करने के बाद, जिसे वह कुछ महीनो से जानती है, मृणाल के किरदार इरा को झटका तब लगता है, जब उसका पति हर रात अपनी मरी हुई दादी से बात करता है. अब दादी की उपस्थिति के पीछे के रहस्य का पता लगाने के लिए, मृनाल अपनी ही कब्र खोदने निकल जाती है. करण, जो लम्बे समय से इंडस्ट्री में हैं, वह ऑनस्क्रीन रंगों को पेश करने में एक अच्छा काम करते हैं जो एक अंधेरे रहस्य को दबाए रखते हैं. हालांकि, डरावनी फिल्म प्रोलिफिक फिल्म निर्माता के लिए कम्फर्ट जोन नहीं है, जो काफी अच्छे रोमांटिक सीन देते हैं. मृणाल और अविनाश एक साथ बहुत अच्छे लग रहे हैं, लेकिन केमिस्ट्री के लिहाज से वे थोड़े असहज लगते हैं.
साफ तौर से 'घोस्ट स्टोरीज' को देख आपको डर का एहसास होगा लेकिन उतना नहीं जितने की आप उम्मीद कर रहे थे. यह एक अनावश्यक फिल्म के रूप में काम कर रही है, जो किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचती. शोभिता और जान्हवी की एक्टिंग ने 'घोस्ट स्टोरीज' को कहीं न कहीं बचाया है. 2 घंटे और 24मिनट की फिल्म को उसकी कमी स्लो बनाती है.
(Source: PeepingMoon)