दावोस में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में क्रिस्टल अवॉर्ड प्राप्त करते हुए, दीपिका पादुकोण ने बताया कि एक बीमारी के रूप में मानसिक बीमारी कितनी गंभीर है और इसीलिए उन्होंने 'लिव लव लाफ' फाउंडेशन की शुरुआत की है.
दीपिका ने साझा किया, 'लिव लव और लाफ मेरी निजी जिंदगी की फिलॉसफी का उदाहरण है. फाउंडेशन का लक्ष्य- तनाव, चिंता और डिप्रेशन का सामना करने वाले हर व्यक्ति को आशा प्रदान करना है. ”
दीपिका ने आगे साझा किया कि मानसिक स्वास्थ्य ने उन्हें व्यक्तिगत रूप से कैसे प्रभावित किया है और उन्होंने इससे क्या सीखा है. मानसिक बीमारी हम सभी को बहुत कठिन चुनौती देती है, लेकिन बीमारी के साथ मेरे खट्टे-मीठे रिश्ते ने मुझे बहुत कुछ सिखाया है. इसके प्रति धैर्य रखें, क्योंकि आप अकेले नहीं हैं, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आशा कायम है.'
दीपिका ने मार्टिन लूथर किंग के प्रसिद्ध शब्दों के साथ अपनी स्पीच का समापन किया और कहा,'मार्टिन लूथर किंग के शब्दों में, इस दुनिया में जो कुछ भी किया जाता है वह आशा के साथ किया जाता है.
दीपिका पादुकोण ने जून 2015 से लिव लव लाफ फाउंडेशन (TLLLF) की शुरुवात की थी. फाउंडेशन के कार्यक्रम और पहल में राष्ट्रव्यापी जनजागरूकता और नियति-विरोधी अभियान, किशोर मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम, ग्रामीण समुदायों में उपचार के लिए वित्त पोषण सहायता, सामान्य मानसिक स्वास्थ्य विकारों में सामान्य चिकित्सकों को प्रशिक्षित करना, दुनिया के अग्रणी थिंकर्स और अचीवर्स के साथ रीसर्च और एक वार्षिक लेक्चर श्रृंखला आयोजित करना शामिल हैं.