बॉलीवुड एक्ट्रेस और साल 1984 की मिस इंडिया विनर जूही चावला ने 1986 में 'सल्तनत' फिल्म से अपना इंडस्ट्री में डेब्यू किया था. फिल्म में एक्ट्रेस ने धर्मेंद्र, सनी देओल, श्रीदेवी और अमरीश पुरी जैसे स्टार स्क्रीन के साथ शेयर किया था. इस तरह से इंडस्ट्री में अपने 34 साल के करियर में उन्होंने 'कयामत से कयामत तक', 'प्रतिज्ञा', 'स्वर्ग', 'बोल राधा बोल', 'डर' जैसी कई तरह की फ़िल्मों से दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया है.
हालांकि, हाल ही में दिए अपने एक इंटरव्यू में एक्ट्रेस ने खुलासा किया कि जब वह अपने करियर के चरम पर थी, तब उन्होंने अपने 'ईगो' के कारण बहुत सारी अच्छी फ़िल्में छोड़ दी थीं.
एक्ट्रेस ने कहा, "मैंने गलत सोचना शुरू कर दिया था. मुझे अचानक लगा कि अगर मैं काम नहीं करती तो इंडस्ट्री रुक जाएगी. मुझे फिल्मों में काम करने के कुछ बेहतरीन मौके मिले, लेकिन मेरा ईगो रस्ते आ गया. मैंने कुछ फ़िल्में नहीं कीं, जो मैं कर सकती थी, या फिर उनमे शायद उनमे ज्यादा मेहनत थीं. मैंने उन्हें केवल इसलिए नहीं किया क्योंकि मैं आसान चीजे चाह रही थी और उन लोगो के साथ काम करना चाहती थी, जिनके साथ मैं सहज थी. मैंने बैरियर्स को नहीं तोडा."
आगे बात करते हुए एक्ट्रेस ने कहा, "दिल तो पागल है और राजा हिंदुस्तानी जैसी फिल्में उन्होंने रिजेक्ट कर दी थी- जिनमे बाद में करिश्मा कपूर ने काम किया और वह ब्लॉकबस्टर बन गईं."
जूही ने कहा, "करिश्मा ने आखिरकार दिल तो पागल है काम किया और उसके लिए नेशनल अवॉर्ड भी जीता." इसके अलावा आमिर खान के साथ राजा हिंदुस्तानी ने भी करिश्मा के करियर में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. इसी बारे में आगे बात करते हुए जूही मस्ती करते हुए कहती हैं कि "बिल्कुल. मैं करिश्मा के स्टारडम के लिए जिम्मेदार हूं."
(Source: Rajeev Masand)