पूरी दुनिया कोरोना वायरस के कोहराम से परेशान है. दुनियाभर में होने वाले बड़े बड़े इवेंट्स फिर चाहे वो ओलम्पिक्स हों या IPL, कान्स जैसा फ़िल्म समारोह हो या पेरिस फैशन वीक सभी या तो रद्द हो गए हैं नहीं तो अनिश्चित काल के लिए टाल दिए गए हैं. इसी कड़ी में भारत के राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कारों को भी अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया है. देशभर के सिनेमा को सम्मान देने वाले नेशनल अवार्ड्स जो हर साल 3 मई को होते हैं उन्हें टाला गया है. ये फैसला कोरोना महामारी के बढ़ते प्रभाव के मद्देनजर लिया गया है.
एक लीडिंग वेबसाइट की जानकारी के मुताबिक, एक सूत्र ने कहा कि, 'इस साल नेशनल अवार्ड्स को लेकर अब तक कोई चर्चा नहीं हुई है, क्योंकि अभी सरकार अधिकारी कोरोनोवायरस की स्थिति से निपटने कोशिश में लगे हुए हैं.' फिल्ममेकर राहुल रवैल, जो पिछले साल राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जूरी के प्रमुख थे, कहते हैं कि, 'जब तक भारत में कोरोनो वायरस ने दस्तक नहीं दी थी ...तब पहले जूरी को एक साथ रखने की प्रक्रिया "शुरू होने वाली" थी.' उन्होंने आगे कहा, 'जूरी को अभी तक इकट्ठा नहीं किया गया है और हम सरकार को दोष नहीं दे सकते, क्योंकि वे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश कर रहे हैं और उनकी प्राथमिकताएं अभी बहुत बड़ी हैं. वे तब तक कुछ नहीं कर सकते जब तक लॉकडाउन पूरी तरह से खत्म नहीं होता.' राहुल ने यह भी कहा कि, 'शायद ही 2020 में कोई फिल्म रिलीज हो, अगले साल राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार लेना उचित नहीं होगा.'
राहुल ने आगे कहा, 'दुनिया भर में अभी कोई फिल्म समारोह नहीं हो रहा है. मुझे लगता है कि यह साल फिल्म और टीवी जगत के लिए थोड़ा मुश्किल भरा हैं. सरकार उतनी ही चिंतित है जितना कि जितना फिल्म जगत से जुड़े लोग, लेकिन अभी सरकार की प्राथमिकताएं अलग हैं. पहले चीजों को पटरी पर लाना जरूरी हैं. अभी फिलहार इंतजार करना ही बेहतर हैं.'
(Source: DNA)