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डारेक्टर शूजित सरकार को अपनी फिल्म 'गुलाबो सिताबो' के डिजिटल रिलीज से नहीं है दिक्कत, 3 मई के बाद लेंगे फैसला

कोरोना वायरस के कहर के बीच फ़िल्म डायरेक्टर शूजित सरकार आजकल काफी रिलैक्स मूड में हैं. इसकी वजह है कि लॉकडाउन से बहुत पहले वो अपने कोलकाता वाले घर आ गए थे जहां चारो तरफ सिर्फ हरियाली ही हरियाली है और फिलहाल वो ऑर्गेनिक लाइफ जी रहे हैं. 'विकी डोनर', 'पीकू' और 'पिंक' जैसी नायाब फ़िल्म बनाने वाले शूजित एक बच्ची के पिता भी हैं और फिलहाल इस बात से काफी सुकून में है कि अब उन्हें सुबह सुबह अपनी बच्ची के लिए टिफिन पैक नहीं करना पड़ता. किताबों और डॉक्युमेंट्री फिल्म्स के लिए आजकल उन्हें समय मिल रहा है और उनका मानना है कि जब आपको पता न हो कि भविष्य में क्या होने वाला है तो बेहतर है कि आप अपने दिमाग पर बोझ न डालकर, अपनी उम्मीदों और महत्वाकांक्षाओं को किनारे रखकर जो भी थोड़ा बहुत आपके पास है उसका आनंद लें.

हालांकि अप्रैल का महीना उनके लिए नाउम्मीदी लेकर आया. उनकी फिल्म 'गुलाबो सिताबो' जिसकी 17 अप्रैल की रिलीज थी वो अब अनिश्चितकाल के लिए टल गई है. ये फ़िल्म शूजित के लिए इसलिए भी खास है क्योंकि लगभग 10 साल बाद वो आयुष्मान खुराना के साथ काम कर रहे हैं. अपने प्रिय कलाकार और उनकी ज्यादातर फिल्मों का हिस्सा रहे अमिताभ बच्चन भी इस फ़िल्म में बेहद चौंकाने वाले किरदार और गेटअप में हैं. शूजित का कहना है कि एक फिल्मकार अपनी फिल्म बड़े पर्दे के लिए ही बनाता है लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए वो डिजिटल रिलीज़ के लिए भी तैयार हैं जिसके बारे में कोई भी फैसला 3 मई के बाद लिया जाएगा. 
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वहीं उनके ड्रीम प्रोजेक्ट 'सरदार उधम सिंह' की शूटिंग पूरी हो चुकी है और फ़िल्म अब पोस्ट प्रोडक्शन में है लेकिन शूजित इस फ़िल्म को बड़े पर्दे पर ही लाना चाहते हैं। उनका कहना है कि चूंकि ये फ़िल्म जनवरी 2021 में रिलीज़ होगी इसलिए इसके बारे में वो ज़्यादा चिंता नहीं कर रहे हैं. अपने अनुभव के बारे में बताते हुए वो कहते हैं कि "सरदार उधम सिंह एक ऐसा सपना है जो फिल्मकार बनने से पहले से मैं देखता आया हूँ. जलियांवाला बाग सीन शूट करते वक़्त तो मेरी आँख में आंसू आ गए थे." वही विकी कौशल जो फ़िल्म में उधम सिंह के किरदार में है उनकी तारीफ करते शूजित नहीं थकते, वो मानते हैं कि जो काम विकी ने किया है वो देखकर यही कहना होगा कि उनके अलावा कोई उधम सिंह हो ही नहीं सकता था.
 

शूजित आजकल इस बात से भी काफी खुश हैं कि उनकी कुछ फिल्में जैसे 'अक्टूबर' और 'मद्रास कैफे' जो थियेटर में कमाल नहीं कर सकी थीं उन्हें डिजिटल प्लैटफॉर्म पर लोग चाव से देख रहे हैं और सोशल मीडिया पर तारीफ कर रहे हैं। वहीं उनकी पुरानी फ़िल्म 'शू बाइट'  जो कि कभी रिलीज़ नहीं हो पाई उसके डिजिटल रिलीज़ के सवाल पर उनका कहना था कि फ़िल्म के अधिकार उनके पास नहीं है लेकिन अब जब फ़िल्म के दो निर्माता एक साथ आ गए हैं तो उम्मीद है कि फ़िल्म दर्शकों तक आये. इस फ़िल्म में अमिताभ बच्चन और आयुषमान ने पहली बार साथ काम किया था. 

उनकी अगली कहानी के बारे में पूछने पर वो बताते हैं कि वो आगे भी ज़िन्दगी से जुड़ी साधारण और खूबसूरत कहानियां लाते रहेंगे लेकिन फिलहाल वो अपने कोलकाता के घर में खुद को खोजने में लगे हैं. 

(Source: Mumbai Mirror)
 

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