लॉक डाउन में पंकज त्रिपाठी अपने परिवार के साथ वो समय बिता रहे हैं जो शायद उन्हें अब तक न मिला हो. काम में व्यस्त होने के कारण वो मुश्किल से अपने और अपने परिवार के लिए समय निकाल पाते थे. लॉक डाउन ने उनकी तेज रफ़्तार को धीमा कर दिया है. इस बारे में उन्होंने बॉलीवुड हंगामा से बात की.
ये लॉक डाउन किसी के भी लिया खुशियां नहीं लाया है लेकिन पंकज त्रिपाठी ने पिछले दो महीने से राहत की सांस ली है.बॉलीवुड हंगामा की रिपोर्ट के अनुसार पंकज ने बताया, 'सफलता मेरे पास थोड़ी देर से आई. करियर में थोड़ी देर से मुझे अच्छे काम मिलने की शुरुआत हुई तो किसी काम को मना करना मेरे लिए नामुमकिन था, जो भी मिला मैंने हां कह दिया. इसके फलस्वरूप में काम से ओवर लोड होने लगा. मैं एक शूटिंग से दूसरी शूटिंग के बीच घूमने लगा. मैं मुश्किल से अपने परिवार के साथ समय बीता पाता था.
उन्होंने कहा, 'लॉक डाउन ने मेरी रफ़्तार को धीमा कर दिया है. साल में पहली बार मुझे बीवी और बेटी के साथ समय बिताने का मौका मिला हैं. मुझे नहीं पता था कि उसका इतना अच्छा सेन्स ऑफ ह्यूमर है. हम तीनों घर पर हैं और एक- दुसरे के साथ हैं. पंकज को किताबे पढ़ने का शौक है. उन्होंने नरगिस जी की बायोग्राफी पढ़ी.
लॉक डाउन में पंकज को बस प्रवासी सता रही है, जो लंबा सफर तक कर अपने घर पहुंचना चाहते है. पंकज ने कहा, 'जब मैं देखता हूं कि बिना खाना और आश्रय के मजदूर सैंकड़ो किलोमीटर चलते है तो बहुत दुःख होता है. उम्मीद करता हूं कि यह जल्दी ख़त्म हो जाए.