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श्रीदेवी के निधन के बाद पिता बोनी, जान्हवी और ख़ुशी के साथ खड़ा रहने पर बोले अर्जुन कपूर, 'जब  हुआ तब मेरे पास पर्याप्त लोग नहीं थे'  

अर्जुन कपूर अपने परिवार की ताकत है. श्रीदेवी के निधन के बाद उन्होंने एक अच्छे बेटे की तरह अपने पिता को संभाला और जान्हवी और ख़ुशी को बहनों के रूप में स्वीकार किया. अर्जुन और जान्हवी दोनों के लिए अपनी माओं को खोना किसी सदमे से कम नहीं था. पिता के साथ खड़े रहना और उन्हें एक ताकत देना का काम अर्जुन ने किया था. हाल ही  में पिंकविला से बातचीत में अर्जुन ने पिता बोनी और जान्हवी और खुशी  के साथ खड़े रहने पर बात की.  

पिंकविला से बातचीत में अर्जुन ने बताया, 'मैंने सिचुएशंस पर उस तरह रियेक्ट किया जिस तरह वो हुए थे. कुछ सालों बाद आज लोगों के लिए उसका आंकलन करना आसान है. मेरी मां ने मुझे एक अच्छा इंसान बनना सिखाया, जितना हो सके दुसरो के लिए अच्छा इंसान बनों. उस समय पिता को सपोर्ट करने के लिए मुझे जो सही लगा वो मैंने किया. हमें खुशी और जान्हवी को जानने का भी मौका मिला. मैंने जीवन को नजदीक से देखा है. अगर मेरी लाइफ में कुछ चीजें ख़राब  हुयी है और अगर मैं किसी और के लिए कुछ करूं कि वो उस बुरे समय से न गुजरे तो वह मैंने किया.  

 

अर्जुन ने आगे कहा, मुझे पता है कि जब ऐसा कुछ किसी के साथ होता है, तो आपको अपने आसपास के लोगों की जरूरत होती है. जब मेरे साथ हुआ तो मेरे पास पर्याप्त लोग नहीं थे. काश मेरे पास कोई ऐसा समझदार होता जो मेरा मार्गदर्शन करता. मुझे उम्मीद है कि मैं कुछ समझदारी से काम कर सकता हूं और जान्हवी के बुरे दिनों को संभालने में मदद कर सकता हूं. मैं अपनी मां के बेटे होने पर बहुत गर्व महसूस करता हूं. अगर मैं अपने जीवन के दुर्भाग्यपूर्ण हिस्से को किसी और के जीवन को बेहतर बनाने के लिए उपयोग करने में सक्षम हूं, तो मैं हमेशा ऐसा करूंगा.'

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