फिल्म इंडस्ट्री एक झटके से उबर नहीं पाती कि उसे दूसरा झटका लग जाता है. अभी बुधवार को ही जहां वरिष्ठ गीतकार अनवर सागर के निधन से इंडस्ट्री सहमें में हैं वहीं अब 4 जून को गुदगुदाती रोमांटिक फिल्मों के भगवान कहे जाने वाले बासु चटर्जी का निधन 90 साल की उम्र मे हो गया. बासु चटर्जी ने मुंबई में आखिरी सांस ली. बासु चटर्जी के निधन की जानकारी IFTDA के अध्यक्ष अशोक पंडित ने ट्विटर पर दी.
I am extremely grieved to inform you all the demise of Legendary Filmmaker Basu Chatterjee ji . His last rites will be performed today at Santacruz creamation at 2 pm.
It’s a great loss to the industry.
Will miss you Sir. #RIPBasuChaterjee. pic.twitter.com/wxjpg6SDgg— Ashoke Pandit (@ashokepandit) June 4, 2020
बता दे कि बासु चटर्जी को 'छोटी सी बात', 'रजनीगंधा', 'बातों बातों में', 'एक रुका हुआ फैसला', 'चमेली की शादी', 'सारा आकाश', 'पिया का घर', 'उस पार', 'स्वामी', 'खट्टा मिट्टा', 'जीना यहां', 'बातों बातों में', 'अपना पराया' समेत कई हिट्स फिल्मों के निर्देशन के लिए जाना जाता है.
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बासु चटर्जी 30 जनवरी 1930 को अजमेर में पैदा हुए. वे पहले ऐसे फिल्मकार थे जिन्होंने कोलकाता की छाप से अलग, अपनी एक अलग ही शैली पैदा की. चाहें वो 'चमेली की शादी' हो या 'खट्टा मीठा'. मिडिल क्लास फैमिली की गुदगुदाती और हल्के से छू जाने वाली रोमांटिक कॉमेडी फिल्मों ने बासु दा को सबसे अलग मुकाम हासिल कराया.